ताजा खबर

रेलवे जीएम के नाम पर नौकरी का झांसा देकर 14 लाख वसूले, दो गिरफ्तार
04-Jul-2025 8:15 PM
रेलवे जीएम के नाम पर नौकरी का झांसा देकर 14 लाख वसूले, दो गिरफ्तार

रायपुर, 4 जुलाई। नौकरी लगाने का झांसा देकर 14 लाख रुपए वसूलने वाले दो धोखेबाज गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इसने रेलवे के जोनल मैनेजर के नाम पर झांसा देकर वसूले थे।

प्रोफेसर कॉलोनी अटल उद्यान के पास रहने वाली श्रीमती चेतना साहू पति शुभांशु जुंगडे 29 थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस के अनुसार चेतना दिसंबर 2023 में अपने माता-पिता के साथ अपने मामा शत्रुघ्न साहू निवासी देवपुरी रायपुर आई थी वहां बातचीत के दौरान पता चला कि उनकी बेटी शिखा साहू को रेलवे में स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी लगाया जा रहा है, उनके मकान में किराए पर रहने वाला रूपेश साहू रेल्वे में अधिकारी के पद पर बिलासपुर में कार्यरत है, और रूपेश साहू से परिचय कराया फिर बताया कि यह भी रेलवे का परीक्षा दिया है पर इनका रेलवे में चयन नहीं हो पाया तब रूपेश ने कहा कि मैं अपने परिवार में और कुछ अन्य बाहरी लोगों का भी नौकरी लगवाया हूं। आपका भी लगवा दूंगा आप अपना सारा दस्तावेज और कुछ पैसा दे दो, कुछ दिनों बाद शिखा साहू साहू द्वारा बताया गया कि उनका जॉइनिंग लेटर आ गया है तब मैंने नौकरी लगाने के लिए हां बोलकर दस्तावेज और कुछ पैसे अपने घर प्रोफेसर कॉलोनी में रूपेश साहू को दिया। कुछ दिनों बाद रूपेश साहू ने कहा आपका फॉर्म जमा हो गया है।और जीएम सर ने पैसे की सिफारिश की है। यह कुछ पैसे और दिए कुछ महीने के बाद रूपेश साहू ने कहा कि जीएम सर को अभी और 15 लोगों का एक साथ रेलवे में नौकरी लगवाना है,अगर नहीं हो पाएगा तो आपका भी फॉर्म वहीं रोक देंगे, और रूपेश ने फोर्स किया कि अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार कभी नौकरी लगवा यह पसंद अपने भाई कुणाल साहू और पति शुभांशु का भी रेलवे में नौकरी लगवाने को कहा उसके बाद रूपेश ने दोनों से भी दस्तावेज और कुछ पैसे लिए,कुछ दिनों में रूपेश साहू की पैसे की मांग बढ़ती गई और उसने कुछ बहानों से टुकड़ों टुकड़ों  में पैसे लिए  03 म‌ई 24 को रूपेश साहू ने जिला अस्पताल पंडरी में प्राथिया एवं अन्य दो का भी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया, शिखा साहू और एक अन्य व्यक्ति को इंटरव्यू के लिए भोपाल लेकर गया था शिखा से भोपाल की इंटरव्यू की जानकारी लेने से शिखा द्वारा बताया गया कि कुछ सर मैडम से रूपेश ने मिलवाया और शिखा का इंटरव्यू हुआ वहां 45=70 हजार रुपए की मांग हुई और उसने दिया। शिखा के बताए अनुसार सही लगा और यह लोग भी भोपाल जुलाई माह में रूपेश साहू ने शिखा साहू,मनजीत सिंह,कुणाल साहू,सुभाशु लोगों को भोपाल में इंटरव्यू के लिए ले गया और वहां 25 जुलाई 2024 को कैश में ₹2.20.00 लिया सर को देना पड़ेगा कहकर और रेलवे स्टेशन में इंतजार करने को कहा कुछ देर पश्चात उसने आकर कहा आप लोगों का काम हो गया है। और वापस रायपुर ले आया।कुछ दिनों तक इन्हें कोई अपडेट नहीं देने पर पूछताछ की तब उसने सभी को कॉल लेटर दिया और कहा अक्टूबर में आप लोगों को गुजरात बड़ोदरा में जाना है इस बार इनके पिता चैतराम साहू भी सभी के साथ गुजरात बड़ोदरा गए वहां भी सर को ट्रेनिंग से पहले 2.20.000  रुपए कैश देना है करके कैश ले लिया गया और वहां भी ट्रेनिंग सेंटर के बाहर इंतजार करने को कहा और रूपेश साहू ट्रेनिंग सेंटर में खुद अंदर जाकर कुछ घंटे में बाहर आकर कहां की ट्रेनिंग का बैच फुल हो गई है,अगले बैच में आप लोग आइएगा और रायपुर वापस ले आया 5 नवंबर 24 को पुराना मेडिकल मान्य नहीं होगा बोलकर रूपेश साहू ने इसका और उसके पति का दोबारा मेडिकल बनवाया। कुणाल साहू को रेलवे में गाड़ी लगवाने का झांसा देकर गाड़ी खरीदने  के लिए फोर्स किया और 55000 रुपए प्रति माह देने का एग्रीमेंट करवाया और 55000 कैश सिक्योरिटी डिपॉजिट के आधार पर लिया तीन-चार माह गाड़ी के पैसे ना मिलने पर पूछताछ ने से रूपेश साहू ने कहा कि 7 माह का पेमेंट एक साथ मिलेगा और उसका चेक बैंक ऑफ़ बरोदा पंडरी में 3.80.000  रुपए का चेक लगा दिया गया ऐसा कहा गया।कुणाल द्वारा बैंक जाकर पता करने से पता लगा कि कोई चेक नहीं लगाया है और  पूछताछ करने पर पता चला कि गाड़ी रेलवे में न लगाकर प्राइवेट सेक्टर आव्या कार प्राइवेट लिमिटेड में चलाया जा रहा है फिर उसके पिता चैतराम साहू से बातचीत करने से उन्होंने कहा कि 7 महीने का पेमेंट फरवरी माह के अंत तक दे दिया जाएगा अभी तक किसी भी प्रकार से कोई पेमेंट नहीं दिया गया आरोपीगंण द्वारा एक राय होकर छल करके रेलवे में नौकरी लगवाने व गाड़ी चलाने का झांसा देकर  कुल 14,37,063 रुपए की धोखाधड़ी किया की रिपोर्ट पर थाना पुरानी बस्ती में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरोपियों के पता तलाश हेतु टीम बनाकर रवाना किया गया आरोपियों को पड़कर  थाना लाकर कड़ाई से पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार किया।  आरोपियो के विरुद्ध पर्याप्त सबूत पाए जाने से  आरोपीयों को विधिवत दिनांक 03.07.2025 को गिरप्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।


अन्य पोस्ट