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कोलकाता, 4 जुलाई। कोलकाता पुलिस के अधिकारी एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार चार लोगों को शुक्रवार को दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज ले गए जहां उन्होंने आपराधिक घटना का नाट्य रूपांतरण किया।
तीन मुख्य आरोपियों - कॉलेज के पूर्व छात्र मोनोजीत मिश्रा, मौजूदा छात्र प्रमित मुखर्जी एवं जैब अहमद - तथा सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को सुबह करीब साढ़े चार बजे कॉलेज ले जाया गया और इस पूरी प्रक्रिया में करीब चार घंटे लगे।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आपराधिक घटना का नाट्य रूपांतरण जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमने आज यह कार्य पूरा कर लिया है। चारों आरोपियों को आज सुबह ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ ले जाया गया और यह कार्य पूरा किया गया।’’
पूरी प्रक्रिया एक बड़े पुलिस दल की मौजूदगी में की गई और यह चार घंटे तक चली। इसके बाद चारों को वापस पुलिस थाने ले जाया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘अब हमारे निष्कर्षों का मिलान महिला के आरोप से किया जाएगा और अन्य सबूतों की मदद से इनका सत्यापन किया जाएगा।’’
सुरक्षा गार्ड को बाद में अदालत में पेश किया जाएगा क्योंकि उसकी पुलिस हिरासत की अवधि चार जून तक थी।
आरोप है कि 25 जून की शाम को मिश्रा एवं कॉलेज के दो वरिष्ठ छात्रों ने 24 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि गार्ड के कमरे सहित परिसर के अंदर कई स्थानों पर तीन घंटे से अधिक समय तक उसके साथ बलात्कार किया गया।
कोलकाता पुलिस का जासूसी विभाग मामले की जांच कर रहा है।
मेडिकल जांच के साथ-साथ परिस्थितिजन्य साक्ष्यों ने प्रथम वर्ष की छात्रा के आरोप की पुष्टि की है। सुरक्षा गार्ड पर अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया गया है। (भाषा)