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पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा को साहस से भरी बताते हुए कहा कि उनके पूर्वजों ने जो कष्ट झेले, वे ‘‘सबसे मजबूत लोगों को भी तोड़ सकते थे।’’
मोदी ने बृहस्पतिवार को कोउवा के ‘नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम’ में एक सामुदायिक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की।
प्रधानमंत्री दो दिवसीय यात्रा के तहत बृहस्पतिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे।
मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में भाग लेकर की और कहा कि उन्हें यह पूरी तरह से स्वाभाविक लगा क्योंकि ‘‘हम एक परिवार का हिस्सा हैं।’’
त्रिनिदाद एवं टोबैगो की आबादी लगभग 13 लाख है जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के लोग हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, वे सबसे मजबूत लोगों को भी तोड़ सकती थीं लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का डटकर सामना किया।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया लेकिन रामायण को अपने दिलों में संजोए रखा।’
उन्होंने भारतीय समुदाय को ‘‘शाश्वत सभ्यता’’ का संदेशवाहक बताया।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पोर्ट ऑफ स्पेन में सामुदायिक कार्यक्रम शानदार रहा। लोगों की ऊर्जा और आत्मीयता ने इसे वास्तव में अविस्मरणीय अनुभव बना दिया। जाहिर है, हमारे सांस्कृतिक बंधन उजाले की तरह दमकते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समुदाय के सदस्यों के योगदान से त्रिनिदाद एवं टोबैगो को ‘‘सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक’’ लाभ हुआ है।
मोदी ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सहित देश में भारतीय मूल की प्रतिष्ठित हस्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि गिरमिटिया के वंशज अब संघर्ष से नहीं, बल्कि अपनी ‘‘सफलता, सेवा और मूल्यों’’ से पहचाने जाते हैं।
गिरमिटिया ब्रिटिश शासन के दौरान भारत से लाए गए बंधुआ मजदूर थे, जिन्हें फिजी, दक्षिण अफ्रीका, पूर्वी अफ्रीका (विशेष रूप से मॉरीशस, सेशेल्स, तंजानिया, केन्या और युगांडा), मलेशिया, सिंगापुर और कैरेबियाई देशों के बागानों में काम करने के लिए लाया गया था।
मोदी ने कहा कि दुनिया भर में गिरमिटिया समुदाय का एक व्यापक डेटाबेस तैयार करने के लिए काम जारी है।
मोदी ने कहा कि अतीत और वर्तमान के बीच, दोनों देशों में मित्रता ‘‘और भी मजबूत हुई है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमारे संबंध पीढ़ियों एवं भौगोलिक सीमाओं से परे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय प्रवासी हमारा गौरव हैं। जैसा कि मैंने अक्सर कहा है, आप में से हर कोई एक राष्ट्रदूत है - भारत के मूल्यों, संस्कृति और विरासत का राजदूत।’’
मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और ‘‘हम जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह दुनिया के लिए पारस्परिक लाभकारी हो। आज का भारत अवसरों की भूमि है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पास देने के लिए बहुत कुछ है।’’
प्रधानमंत्री प्रसाद-बिसेसर ने मोदी से पहले समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय नेता को शुक्रवार को कैरेबियाई देश के सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया जाएगा।
मोदी पांच देशों की यात्रा के तहत यहां आए हैं। वह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए त्रिनिदाद एवं टोबैगो के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी घाना की अपनी दो दिवसीय यात्रा संपन्न करने के बाद बृहस्पतिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे जहां पियार्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रसाद-बिसेसर ने उनका स्वागत किया। मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
यह प्रधानमंत्री के रूप में उनकी यहां पहली यात्रा है तथा 1999 के बाद से त्रिनिदाद एवं टोबैगो में प्रधानमंत्री स्तर पर भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद एवं टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों को नयी गति प्रदान करेगी। (भाषा)