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छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर/बलौदाबाजार, 26 नवंबर। लवन के कोर्दा के जंगल में विचरण कर आसपास के गांवों में दहशत बने बाघ को वन अमले ने पकड़ लिया है। दोपहर करीब डेढ़ बजे उसे कसडोल के पास चौहान पेट्रोल पंप के पीछे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर पकड़ा गया। उसे अचानकमार अथवा गुरू घासीदास टाइगर रिजर्व में छोड़ा जा सकता है।
यहां इलाज और कॉलर आईडी लगाने के बाद वापस जंगल में छोड़े जाने की चर्चा है । यह फुल ग्रोथ बाघ है। इसके बारे में बताया गया है कि यह करीब 20 किमी का सफर तय कर पहुंचा था।
हर मूवमेंट पर नजर रख रही थी रेस्क्यू टीम
वन विभाग की रेस्क्यू टीम बाघ के हर मूवमेंट पर नजर रख रही थी और लोगों को उसे छेडऩे से मना कर रही थी. वहीं आज सुबह से ही टीम उसे पकडऩे की कवायद कर रही थी. टीम को कुछ देर पहले सफलता मिली और बाघ को टेक्युलाईजर कर निश्चेत कर पकड़ लिया. वन विभाग बाघ को सुरक्षित स्थान पर छोडऩे की तैयारी कर रही है. राजधानी से भी वन विभाग के आला अधिकारी कसडोल पहुंचे हैं, जिसमें मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी सतोविशा समाजदार शामिल हैं.
बाघ को संरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा वनमंडलाधिकारी
वनमंडलाधिकारी बलौदाबाजार मयंक अग्रवाल ने बताया कि बाघ विगत पांच छह माह से बार नवापारा अभ्यारण्य में घूम रहा था. कल उसे लवन क्षेत्र के ग्राम कोरदा में देखा गया. आज कसडोल के पारस नगर गोरदा क्षेत्र में देखा गया. इसके बाद हमारी रेस्क्यू टीम ने उसे पकड़ लिया है. उच्चाधिकारियों का जैसा निर्देश होगा उसे संरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा. बाघ के पकड़े जाने के बाद अब कसडोल पारस नगर क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है.