ताजा खबर

केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू की अनुशंसा पर 20 लाख की मंजूरी, सन् 2018 के बाद बंद था आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ की पुरातात्विक, सांस्कृतिक पहचान और लोक कला का प्रतीक मल्हार महोत्सव छह वर्षों के अंतराल के बाद पुनः शुरू होने जा रहा है। इस बार महोत्सव का बजट 5 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के प्रयासों और मुख्यमंत्री की सहमति से इस महोत्सव को पुनर्जीवित किया गया है, जिससे क्षेत्र में खुशी और उत्साह का माहौल है।
मल्हार महोत्सव समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लोक कला, परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस मंच ने पद्मश्री तीजन बाई जैसे दिग्गज कलाकारों से लेकर लोक नृत्य और संगीत को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। मुख्यमंत्री द्वारा 20 लाख रुपए का बजट आवंटित किए जाने से इस महोत्सव को नई ऊंचाइयां देने की योजना बनाई गई है। बजट में वृद्धि के बाद उत्सव को वृहद आकार दिया जाएगा। इसमें छत्तीसगढ़ के बाहर से कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा, मल्हार के ऐतिहासिक स्थलों को महोत्सव से जोड़ा जाएगा, नवोदित कलाकारों को विशेष मंच दिया जाएगा तथा स्थानीय व्यापार व शिल्प को बढ़ावा दिया जाएगा। आयोजन समिति का उद्देश्य महोत्सव को राष्ट्रीय पहचान दिलाना और इसे सांस्कृतिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र में बदलना है।