ताजा खबर

पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा ने समाज से माल्यार्पण परंपरा खत्म करने कहा
25-Nov-2024 9:56 PM
पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा ने समाज से माल्यार्पण परंपरा खत्म करने कहा

सरयु पारीण ब्राह्मण सभा ने किया सम्मान 

रायपुर, 25 नवम्बर। मैं ब्राह्मण हूं वैश्य हूं मैं छत्रिय हूं यह एक विचारधारा है लेकिन मैं भारतीय हूं, यह एक विचार है। ऊक्त उदगार सरयुपारीण ब्राह्मण सभा संजय नगर स्थित तुलसी मानस भवन में सौजन्य भेंट के दौरान पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा  विख्यात कवि ने  व्यक्त किये।

रायपुर एक पारिवारिक कार्यक्रम में आये देश के विख्यात कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के आग्रह पर कल  समाज के लोगों से सौजन्य भेंट के लिए पहुंचे।
अध्यक्ष सुरेश शुक्ला ,राजेंद्र शर्मा , डी एस परोहा ,अपर्णा तिवारी अजय तिवारी ने पुष्पहार एवं पुष्प गुच्छ दे कर  स्वागत किया ।  खचाखच भरे सभागार में उन्होंने आशीर्वचन के रूप में समाज को मेघावी बच्चों के पिताओं का सम्मान करने कहा।उन्होंने कहा कि मेघावी बच्चों का सम्मान किया जाय लेकिन उस पिता का सम्मान हो जिसने कड़ी मेहनत से उसे उस स्थान तक पहुंचाने में सफलता हासिल की।
श्री शर्मा ने  अपनी कविताओं से भी लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने मोबाइल को ले कर कविता के जरिए समाज को बताया कि" पास वाले दूर हो गए दूर वाले पास हो गए  "इसी तरह अमीरों की अकड़ पर प्रहार करते हुए कविता पढ़ी अमीरी की अकड़ तब तक रहती है जब तक गरीब उसे निहारता रहता है । समाज द्वारा  शादी विवाह में खाद्यान्न की बरबादी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समाज से शादी विवाह में 21 से अधिक व्यंजन ना परोसने पर भी जोर दिया ,तथा समाज के समृद्ध जनों से पहल करने का आव्हान किया । श्री शर्मा ने समाज के अध्यक्ष सुरेश शुक्ला से माल्यार्पण की परंपरा बंद करने को कहा तथा उपस्थित जनसमूह से " सार्थक जिंदगी " जीने पर जोर दिया उन्होंने विवेकानंद की 40 के जीवन का उदाहरण दिया ,उन्होंने ब्राह्मण समाज से पूछा " जो मेरी गंदगी उठता हैं वह मुझसे गंदा कैसे हो सकता है,? श्री शर्मा ने सरयु पारीण समाज के लोगों से " अपनी ऊंचाई के बजाय गहराई " पर ध्यान देने को कहा । कार्यक्रम के अंत में समाज की ओर से संजय तिवारी, राम मूर्ति तिवारी ,बैजनाथ मिश्र ने साल श्री फल एवं स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया ,,मंच संचालन सह सचिव राजेश त्रिपाठी ने किया ।इस अवसर पर संगम लाल त्रिपाठी ,आर एल द्विवेदी ,अभय तिवारी , सीमा पांडे कुसुम त्रिपाठी शिवम मिश्रा ,राजीव मिश्रा अंकुश शुक्ला प्रवीण चौबे वी के मिश्रा ,चंद्रशेखर द्विवेदी ,अनिमेष तिवारी के एन तिवारी शिव प्रसाद मिश्र ,सत्य नारायण शर्मा ,अवधेश मिश्रा संजय तिवारी का योगदान  रहा।


अन्य पोस्ट