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Twitter.com/Vivo_India
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में जाँच के लिए चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो और उससे जुड़ी कंपनियों के देशभर में 48 ठिकानों पर छापेमारी की है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत में टैक्स के भुगतान से बचने के लिए वीवो इंडिया ने अपने कारोबार के क़रीब 62 हजार करोड़ रुपए चीन भेजे हैं.
छापेमारी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने ट्वीट कर बताया, "ईडी ने वीवो मोबाइल्स इंडिया प्राइवेट और उससे संबंधित 23 कंपनियों के देश भर में 48 ठिकानों पर तलाशी ली है. जाँच एजेंसी ने 119 बैंक खातों में रखे 465 करोड़ रुपए ज़ब्त किए हैं. इसमें वीवो इंडिया की 66 करोड़ की एफ़डी, 2 किलो सोना और 73 लाख रुपए नकद शामिल हैं."
प्रवर्तन निदेशालय के वीओ इंडिया पर छापेमारी पर भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग शियाओजियान ने भी बयान दिया है.
उन्होंने कहा, "हम मामले पर नज़र रख रहे हैं. चीन की सरकार हमेशा चीनी कंपनियों को विदेशों में क़ानूनों का पालन करने के लिए कहती है और उनके अधिकारों और हितों की रक्षा करने में मज़बूती से उनका साथ देती है."
चीन दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि चीनी कंपनियों पर भारत की तरफ से लगातार जाँच न सिर्फ कंपनी के कामकाज को बाधित करती है बल्कि उसके नाम को भी ख़राब करती है. चीन चाहता है कि भारतीय पक्ष क़ानून के तहत जाँच करे और निष्पक्ष और ग़ैर-भेदभावपूर्ण कारोबारी माहौल को बनाने में मदद करे