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केंद्र ने कोविड टीकाकरण अभियान का 1 साल पूरा होने पर डाक टिकट जारी किया
16-Jan-2022 7:05 PM
केंद्र ने कोविड टीकाकरण अभियान का 1 साल पूरा होने पर डाक टिकट जारी किया

नई दिल्ली, 16 जनवरी | केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वदेशी कोविड वैक्सीन विकसित करने में भारत की उपलब्धि पर रविवार को एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। देश में कोविड टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी से शुरू हुआ था, इसलिए इसकी पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में डाक टिकट जारी किया और भारत के टीकाकरण अभियान को 'दुनिया में सबसे सफल' करार दिया।

 


मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा, "आज वैक्सीन ड्राइव का 1 वर्ष पूरा होने के अवसर पर आईसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित स्वदेशी कोवैक्सीन पर एक डाक टिकट जारी किया गया है, जो पीएम नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करता है।"

उन्होंने इसी ट्वीट में आगे सभी वैज्ञानिकों को बधाई और धन्यवाद दिया।

मंत्री ने एक चित्रमय रिप्रेजेंटेशन भी साझा किया, जिसमें दिखाया गया है कि भारत का टीकाकरण अभियान कैसे शुरू हुआ और कैसे एक वर्ष में 150 करोड़ से अधिक लोगों को टीके लगाने में देश कामयाब रहा।

जैसा कि भारत में टीकाकरण अभियान की पहली वर्षगांठ है, अब तक 1,68,19,744 सत्रों में चले अभियान के तहत 156.76 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में 66 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गई हैं।

मंडाविया ने ट्विटर पर कहा, "16 जनवरी, 2021 को हमेशा याद किया जाएगा! भारत को 157 करोड़ कोविड-19 टीकाकरण को पार करने के लिए बधाई, वह भी सिर्फ 1 साल में। पीएम नरेंद्र मोदी जी के 'सबका प्रयास' के मंत्र के साथ, भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दुनिया में एक उदाहरण के रूप में उभरा है।"

कोविड महामारी के खिलाफ भारत की सामूहिक लड़ाई पिछले साल 16 जनवरी को पूरे देश में टीकाकरण अभियान के साथ शुरू हुई थी।

इस अभियान को बाद में वरिष्ठ नागरिकों और कॉमरेडिडिटी वाले लोगों तक विस्तारित किया गया और अंत में 18 वर्ष से ऊपर उम्र के सभी लोगों को टीका लगाना सुनिश्चित किया गया। स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को एहतियाती खुराक देने का अभियान इस महीने 10 जनवरी को शुरू हुआ था। (आईएएनएस)


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