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कोरोनाकाल में ट्रेनों के बंद होने से जल्द हुआ काम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मई। कोरोनाकाल में ट्रेनों की आवाजाही पर विराम लगने से रेल्वे ने सकारात्मक लाभ उठाते हुए 300 किमी की एक लंबी रेल लाइन बिछा दी है। रेल्वे ने कोरोना महामारी के चलते पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी है। रेल्वे ट्रेक पर सिर्फ विशेष ट्रेन और मालगाडिय़ां ही दौड़ रही है। हालांकि कुछ जगह एक्का-दुक्का लोकल टे्रनें चल रही हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के अधिकारियों ने कोरोनाकाल की चुनौती के बीच 303 किमी की नई रेल लाइन का कार्य पूर्ण किया है। 228 किमी केवल निर्माण विभाग के द्वारा पूरा किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष में मुख्यत: जबलपुर-गोंदिया लाइन का कार्य पूरा किया गया, जिससे जबलपुर से बल्लारशाह के बीच की दूरी 276 किमी कम होने के साथ-साथ एक वैकल्पिक मार्ग भी बन गया है। चिरईडोंगरी से मंडला फोर्ट लाइन का कार्य पूर्ण होते ही कान्हा नेशनल पार्क रेलमार्ग द्वारा भारत देश के प्रमुख नगरों से जुड़ गया। कटंगी से तिरोडी नई लाइन के निर्माण से बालाघाट से नागपुर का वैकल्पिक मार्ग तैयार हो गया। छिंदवाड़ा सिवनी के मध्य 90 किमी आमान परिवर्तन का कार्य पूर्ण किया गया। उपरोक्त सभी कार्यों के पूरा होने से रल्वे की माल ढुलाई के साथ यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों का आवागमन हो सकेगा तथा इन क्षेत्रों में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के नए मार्ग प्रशस्त होंगे।
झाडसुगड़ा-ब्रजराजनगर एवं राजनांदगांव-डोंगरगढ़ के बीच तीसरी लाइन का कार्य पूर्ण होने से अब डोंगरगढ़ से झारसुगुड़ा तक तीसरी लाइन का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके अलावा मंडला फोर्ट, चिरईडोंगरी, तिरोड़ी गुड्स शेड का कार्य पूर्ण होने से लोडिंग बढ़ेगा। कुल 13 स्टेशनों में नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य तथा डोंगरगढ़-राजनांदगांव के बीच दोनों दिशाओं में ऑटो सिग्नलिंग का कार्य पूरा किया गया। इसी साल में कुल 77 किमी रेल विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा किया गया है। अन्य कार्य भी कराए गए है।
महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे ने इसका सारा श्रेय दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के अपने कर्मचारियों एवं अधिकारियों की लगनशीलता और निष्ठापूर्वक कर्तव्य परायणता को दिया तथा उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की विषम परिस्थितियों में भी हमारे रेलकर्मी जी-जान से अपने कार्य में लगे रहे और अपने लक्ष्य से कहीं ज्यादा उपलब्धियां हासिल किया।