कोण्डागांव

गुण्डाधुर महाविद्यालय में मना वीर बाल दिवस
27-Dec-2025 9:12 PM
गुण्डाधुर महाविद्यालय में मना वीर बाल दिवस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोंडागांव, 27 दिसंबर। छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार शासकीय गुण्डाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोंडागांव में प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में वीर बाल दिवस श्रद्धा, सम्मान और प्रेरणादायक वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य देश के इतिहास में अमर वीर बालकों के अद्भुत साहस, बलिदान और राष्ट्रभक्ति से विद्यार्थियों को परिचित कराना रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक प्राध्यापक अर्जुन नेताम के उद्देश्यपरक उद्बोधन से हुआ। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के भीतर देशप्रेम, नैतिक मूल्यों, साहस और सत्य के लिए अडिग रहने की भावना को विकसित करना है। उन्होंने बताया कि कम उम्र में भी राष्ट्र और धर्म के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर बालक आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

इसके पश्चात शशिभूषण कन्नौजे ने अपने प्रभावशाली उद्बोधन में वीर बालक जोरावर सिंह और फतेह सिंह की वीरता, अदम्य साहस और बलिदान की गाथा को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार अत्यंत कम आयु में भी इन वीर बालकों ने अत्याचार के सामने झुकने से इंकार किया और अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग कर दिया। उनका यह वर्णन सुनकर उपस्थित विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों में भावनात्मक और देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण बन गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम ने कहा कि वीर बाल दिवस केवल एक स्मरण दिवस नहीं, बल्कि आत्ममंथन और आत्मप्रेरणा का अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें इन वीर सपूतों के जीवन से साहस, सत्यनिष्ठा, आत्मसम्मान और राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा लेनी चाहिए तथा उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे कठिन परिस्थितियों में भी अपने मूल्यों और कर्तव्यों से विचलित न हों।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संपूर्ण आयोजन अनुशासित, गरिमामय एवं प्रेरणादायी वातावरण में संपन्न हुआ। वीर बाल दिवस के इस आयोजन ने सभी के मन में देशभक्ति और त्याग की भावना को और अधिक प्रबल किया।


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