खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 4 सितंबर। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चक्रधर समारोह 2025 में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति एवं देश की प्रख्यात सितार वादक प्रो.डॉ. लवली शर्मा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डॉ.शर्मा ने राग सरस्वती की प्रस्तुति देकर शास्त्रीय संगीत की मधुर स्वर से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। श्रोतागण प्रस्तुति का रसपान कर खूब आनंदित हुए और अंत तक तालियां बजती रही। इस दौरान प्रसिद्ध तबला वादक दुर्जय भौमिक ने तबले पर संगत किया। ज्ञात हो कि कुलपति प्रो.डॉ. लवली शर्मा ने 15 वर्ष की आयु में वीणाचंद्रा से सितार वादन की शिक्षा प्राप्त की, तत्पश्चात उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध सितार वादक कल्याण लहरी से उच्च प्रशिक्षण लिया। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातकोत्तर उपाधि गोल्ड मेडल के साथ हासिल की, वहीं बड़ौदा विश्वविद्यालय से 1986 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्हें कला भूषण सहित अनेक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।