कवर्धा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 17 दिसंबर। कबीरधाम जिले के थाना बोड़ला क्षेत्र में एसबीआई के डॉर्मेंट खातों में संगठित ठगी के दो बड़े मामलों का पुलिस ने खुलासा किया गया है। पुलिस ने मामले में शामिल बैंक कर्मचारियों समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में लंबी जांच के बाद पुलिस के द्वारा कार्रवाई की गई है। बैंक के कर्मचारियों के द्वारा काफी लंबे समय से धोखाधड़ी की जा रही थी।
प्रार्थी अशोक हटीले की शिकायत पर दर्ज मामले में बैंक कर्मचारी प्रतीक उइके ने एक डॉर्मेंट खाते के सीआईएफ नंबर में छेड़छाड़ कर मृतक दीपा अहिरवार के नाम से फर्जी आवेदन तैयार किया। आरबीआई से राशि क्लेम कर, एटीएम कार्ड जारी करवाकर 1,46,000 रु. की ठगी की गई।
मामले में स्टेट बैंक बोड़ला की शाखा में काम करने वाले कर्मचारी प्रदीप उइके, व संजय प्रकाश जरीके , निशांत कुमार झा सूरज शर्मा को आरोपी बनायाया है। मामले में प्रतीक उइके की विरफ्तारी पहले हो चुकी है बाकी तीनों आरोपी को आज गिरफ्तार किया गया है
प्रकरण 2 में मंगली बाई के डॉर्मेंट खाते से 82,000 रु. की निकासी की गई। इसके लिए मंगली बाई के नाम पर फर्जी एटीएम कार्ड बनवाया गया और 40,000 नगद निकाले गए, जबकि 40,000 फूल सिंह नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर ग्रीन चैनल के माध्यम से निकाला गया। इसके अलावा छितर सिंह के फिक्स्ड डिपॉजिट की 2,40,000 की राशि को मंगली बाई के खाते में ट्रांसफर कर निकाला गया। मामले में आरोपी सूरज शर्मा, निशांत कुमार झा रहे हैं, जिन पर कार्रवाई की गई है।
मुख्य आरोपी प्रतीक उइके को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है। आज 17 दिसंबर को आरोपी संजय प्रकाश जरीके, सूरज शर्मा, निशांत कुमार और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग कर जनता को ठगने वाले अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस संगठित ठगी का पर्दाफाश हुआ है।
पुलिस प्रशासन आम जनता से अपील करती है कि अपने बैंक खातों की नियमित जांच करें और किसी भी अनियमितता या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।