अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक़ डार का कहना है कि पाकिस्तान ग़ज़ा में शांति स्थापित करने के लिए प्रस्तावित इंटरनेशनल स्टेबलाइजेशन फ़ोर्स (आईएसएफ़) में भाग लेने के लिए तैयार है.
बीबीसी उर्दू के मुताबिक़, उनका कहना है कि पाकिस्तान अपने सैनिकों को भेजने के लिए तैयार है, लेकिन हमास को निरस्त्र करने के काम में शामिल नहीं होगा.
एसोसिएटेड प्रेस ऑफ़ पाकिस्तान (एपीपी) के मुताबिक़, शनिवार को इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में इसहाक़ डार ने कहा कि पाकिस्तान ने स्पष्ट कर दिया है कि ग़ज़ा में शांति सैनिकों को तैनात करने की योजना को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंजू़री लेनी होगी.
ग़ज़ा में हमास को निरस्त्र करने में आईएसएफ़ की भूमिका के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्य प्रमुख देशों की तरह पाकिस्तान भी इसके लिए तैयार नहीं है.
विदेश मंत्री का कहना है कि पाकिस्तान ग़ज़ा शांति सेना में अपना योगदान देने के लिए तैयार है, लेकिन इससे पहले उसके नियम और शर्तें, जनादेश और भूमिका का स्पष्ट रूप से निर्णय होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब तक ये कारक तय नहीं हो जाते, पाकिस्तान इस संबंध में कोई आख़िरी निर्णय नहीं ले सकता. (bbc.com/hindi)


