अंतरराष्ट्रीय
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर एक बयान दिया है जिस पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है.
मौलाना अरशद मदनी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा था, "दुनिया ये समझती है कि मुसलमान अपाहिज हो गया, ख़त्म हो गया...मैं ऐसा नहीं समझता."
"एक आदमी ममदानी दुनिया का मेयर बन सकता है. लंदन के अंदर एक ख़ान मेयर बन सकता है. हिंदुस्तान के अंदर किसी मुस्लिम यूनिवर्सिटी का कोई आदमी वाइस चांसलर नहीं बन सकता. और बनेगा तो आज़म ख़ान की तरह जेल के अंदर जाएगा."
"आज देखिए अल फ़लाह का क्या हो रहा है. जेल में वो पड़ा हुआ है और कितनी साल जेल के अंदर गुजरते हैं कोई नहीं जानता. आज़ादी के बाद से गवर्नमेंट लगी हुई है कि मुसलमान को सर नहीं उठाने देना है...यहां किसी यूनिवर्सिटी का कोई वाइस चांसलर नहीं बन सकता है."
बीजेपी नेता मोहसिन रज़ा ने प्रतिक्रिया देते हुए मदनी परिवार पर ‘मुसलमानों को गुमराह’ करने का आरोप लगाया.
समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा, “मदनी परिवार ने मुसलमानों को सिर्फ़ गुमराह करने और लूटने का काम किया है. वे दूसरों के सिर पर ठीकरा फोड़ते हैं. लंबे समय से उन्होंने सरकारों से ग्रांट लिया और निजी स्वार्थ में काम करते रहे, लेकिन मुसलमानों का उत्थान नहीं किया.”
उन्होंने कहा, “इन्होंने कितनी यूनिवर्सिटी बना दी, कितनी संस्थाएं बनाईं और कितने मुसलमानों का भला कर दिया.”
उधर कांग्रेस नेता उदित राज ने मदनी के बयान का समर्थन किया है.
उन्होंने कहा, "मैं बयान का समर्थन करता हूं. आज़म ख़ान ने डुप्लिकेट पैन कार्ड रखा. ये ग़लत है. लेकिन यहां तो प्रधानमंत्री की डिग्री फ़र्जी है..लाखों वोटर्स डुप्लिकेट हैं. लाखों डुप्लिकेट आधार हैं. कोई गया जेल. अब जैसे अल फ़लाह यूनिवर्सिटी है, मैं मानता हूं कि कोई गया और उसने गुप्त रूप से टेररिस्ट कृत्य किया. उसको माफ़ नहीं करना चाहिए लेकिन पूरी यूनिवर्सिटी को टार्गेट नहीं करना चाहिए, बंद नहीं करना चाहिए."
उन्होंने कहा, "मुस्लिमों पर ऐसे हमले होते हैं. बुलडोज़र मुसलमानों के घरों पर ही चलता है." (bbc.com/hindi)


