अंतरराष्ट्रीय
खार्तुम, 22 नवंबर । अर्धसैनिक बल आरएसएफ (रैपिड सपोर्ट फोर्सेज) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि सूडान संकट को सुलझाने के लिए अंतरारष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हैं। वो अंतरराष्ट्रीय शांति पहलों पर पैनी नजर बनाए हुए है। यह बयान उसके टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किया गया। बयान में आरएसएफ ने कहा कि सूडान को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिस तरह का रवैया अपनाया गया है और शांति स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं, हमें उसमें रुचि है और हम उस पर नजर बनाए हुए हैं। हम इस शांति पहल की प्रशंसा करते हैं और समय आने पर इसका जवाब भी गंभीरता से देंगे। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस खुलासे के बाद आया, जिसमें उन्होंने सूडानी संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास शुरू करने की बात कही थी। ट्रंप ने कहा कि यह पहल सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान उनके अनुरोध पर शुरू की गई।
आरएसएफ ने क्वार्टेट देशों (अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), और मिस्र) का आभार जताया जिन्होंने इसके लिए ईमानदार प्रयास किया। दरअसल, सितंबर में इन देशों ने संयुक्त बयान जारी कर सूडान में तीन महीने के युद्धविराम और नौ महीने की ट्रांजिशनल राजनीतिक प्रक्रिया की मांग की थी, जिसका उद्देश्य व्यापक समझौता और स्थायी युद्धविराम सुनिश्चित करना है। बुधवार को, सूडान के 'ट्रांजिशनल सोवरेन काउंसिल' ने अमेरिका और सऊदी अरब के प्रयासों का स्वागत किया और कहा कि "हमारे लोग शांति की प्रतीक्षा कर रहे हैं और हम भी इससे जुड़ने को तैयार हैं।" सूडानी सेना और आरएसएफ के बीच अप्रैल 2023 से युद्ध चल रहा है। इस संघर्ष में अब तक हजारों मारे गए हैं और करोड़ों पलायन कर गए हैं। एक अलग घटनाक्रम में यूएई के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने सूडान संकट और द्विपक्षीय रिश्तों पर चर्चा के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो को फोन किया। डब्ल्यूएएम न्यूज एजेंसी के अनुसार दोनों शीर्ष मंत्रियों ने सूडान के वर्तमान हालात और गृह युद्ध से उभरे मानवीय संकट पर बात की। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने प्रेस रिलीज में बताया कि दोनों ने "सूडान में युद्धविराम के लिए मिलकर किए गए प्रयासों पर चर्चा की।" --(आईएएनएस)


