अंतरराष्ट्रीय
जोहान्सबर्ग, 22 नवंबर । दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग शनिवार को जोहान्सबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। यहां वे समावेशी विकास और क्लाइमेट चेंज जैसे मुख्य वैश्विक मुद्दों को सुलझाने में दक्षिण कोरिया की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डालेंगे। इस साल के जी-20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शामिल नहीं होंगे। उनके अलावा बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के नेता "एकजुटता, समानता, सस्टेनेबिलिटी" थीम के तहत एक साथ आ रहे हैं। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर वी सुंग-लैक ने कहा कि राष्ट्रपति ली तीन सेशन में हिस्सा लेंगे। इसमें वह दक्षिण कोरिया के वैश्विक चुनौतियों से निपटने में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभाने के अपने विजन को सबके सामने रखेंगे। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनक्लूसिव ग्रोथ और इकोनॉमिक पॉलिसी की पहलों पर जोर दिया जाएगा।
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि इनक्लूसिव और सस्टेनेबल इकोनॉमिक ग्रोथ पर पहले सेशन के दौरान, प्रेसिडेंट ली साउथ कोरिया की फिस्कल पॉलिसी की पहलों को पेश करने और कई उपायों का प्रस्ताव देने की योजना बना रहे हैं। इस प्रस्ताव में विकासशील देशों पर कर्ज बोझ कम करना, मल्टीलेटरल ट्रेडिंग सिस्टम को बहाल करना और डेवलपमेंट कोऑपरेशन का असर बढ़ाना शामिल है। ग्लोबल रेजिलिएंस पर फोकस्ड दूसरे सेशन में, ली क्लाइमेट संकट से निपटने, डिजास्टर-रिस्पॉन्स कैपेसिटी मजबूत करने और ग्लोबल फ़ूड इनसिक्योरिटी को दूर करने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर कोशिश करने के महत्व पर जोर देंगे। वह क्लाइमेट चेंज में सोल की पहलों और विकासशील देशों में डिजास्टर रिलीफ में इसके योगदान को भी बताएंगे।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति जी-20 समिट से इतर कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठक भी करेंगे। वह एमआईकेटीए के नेताओं से मिलने का प्लान बना रहे हैं। एमआईकेटीए ऐसा ग्रुप है, जिसमें दक्षिण कोरिया, मेक्सिको, इंडोनेशिया, तुर्किए और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं। इसके अलावा, राष्ट्रपति ली फ्रांस के प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज के साथ भी द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं। रविवार को, वह समिट के तीसरे सेशन में शामिल होने और साउथ अफ्रीका में रहने वाले कोरियाई लोगों से मिलने का प्लान बना रहे हैं। -(आईएएनएस)


