अंतरराष्ट्रीय
-माइकल रेस
डच सरकार ने चीन के साथ बातचीत के बाद नीदरलैंड्स में चीन के स्वामित्व वाली चिप निर्माता कंपनी नेक्सपेरिया में अपनी दखलंदाज़ी को निलंबित कर दिया है.
बीते सितंबर में 'गंभीर गवर्नेंस कमियों' और कारों व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों के लिए यूरोप में सेमीकंडक्टर आपूर्ति को लेकर चिंता जताते हुए इस कंपनी पर कार्रवाई की गई थी.
इसके जवाब में बीजिंग ने कंपनी के चिप्स के निर्यात को रोक दिया था.
हालांकि बुधवार को डच सरकार ने कहा कि बीजिंग के साथ 'रचनात्मक बातचीत' के बाद वह अपने पहले वाले फ़ैसले को रोक रही है.
चीन ने इस क़दम का स्वागत किया और कहा कि यह "उचित समाधान की दिशा में सही दिशा में उठाया गया यह पहला क़दम" है.
अक्तूबर में एक डच अदालत ने पूर्व नेक्सपेरिया सीईओ और विंगटेक के संस्थापक झांग श्यूझेंग को हटाने का आदेश दिया था. अदालत ने यह कदम कथित कुप्रबंधन का हवाला देते हुए उठाया था.
पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी सरकार ने नेक्सपेरिया की पैरेंट कंपनी विंगटेक को अपनी तथाकथित "एंटिटी लिस्ट" में शामिल कर दिया था. अमेरिका ने कंपनी को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंता के रूप में चिह्नित किया था.
इन नियमों के तहत अमेरिकी कंपनियों को सूची में शामिल फ़र्मों को बिना विशेष मंज़ूरी, अमेरिकी निर्मित सामान निर्यात करने की अनुमति नहीं होती है. (bbc.com/hindi)


