अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा है कि पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच बातचीत पूरी तरह रुक गई है. पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अब तुर्की से वापस लौट रहा है.
बीबीसी उर्दू की ख़बर के मुताबिक़ जियो न्यूज़ के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि अगले दौर की बातचीत के लिए न तो कोई कार्यक्रम है और न ही कोई उम्मीद है.
ख्वाजा आसिफ़ ने दावा किया कि बातचीत के दौरान, "अफ़ग़ान प्रतिनिधिमंडल भी पाकिस्तान की स्थिति को स्वीकार कर रहा था, लेकिन वे इस मामले को लिखित रूप में देने को तैयार नहीं थे. वे केवल मौखिक रूप से कह रहे थे कि हम पर भरोसा किया जाना चाहिए.’’
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि बातचीत का अंतरराष्ट्रीय सिद्धांत ये है कि हर बात लिखित रूप में सामने लाई जाए.
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा,"अब मध्यस्थ भी पीछे हट गए हैं, क्योंकि अगर उन्हें उम्मीद होती कि कोई सफलता मिल सकती है, तो हमारा प्रतिनिधिमंडल खाली हाथ नहीं लौटता. यह इस बात का सबूत है कि हमारे मध्यस्थों को भी अब अफ़गानों से कोई उम्मीद नहीं है."
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा, ‘’अगर स्थिति फिर बिगड़ती है और उनके क्षेत्र से हमारे ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई की जाती है तो पाकिस्तान फौरन जवाब देगा.’’
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच बातचीत की मध्यस्थता क़तर कर रहा है.
पिछले महीने पाकिस्तान ने काबुल और अफ़ग़ानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों पर हमला किया था.
पाकिस्तान का कहना है कि तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान के लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान से पाकिस्तान पर हमले कर रहे हैं. ये लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान में छिपे हुए हैं. यहां की तालिबान सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है.
वहीं अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान सरकार ने कहा है कि वो अपने देश की संप्रभुता की हर कीमत पर रक्षा करेगी. (bbc.com/hindi)


