अंतरराष्ट्रीय
यह घटना इंग्लैंड के उत्तरी शहर शेफ़ील्ड में पिछले वर्ष हुई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मोहम्मद उमर खान ने एक शिकारी चाकू (हंटिंग नाइफ़) से अपने हमउम्र सहपाठी पर हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई.
साउथ यॉर्कशायर पुलिस के अनुसार, अदालत ने दोषी की पहचान “जनहित” को देखते हुए सार्वजनिक करने की अनुमति दी.
शेफ़ील्ड क्राउन कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस नाओमी एलेनबोगन ने फैसला सुनाते हुए कहा कि खान को कम से कम 16 वर्ष जेल में रहना होगा, उसके बाद ही पैरोल पर रिहाई पर विचार किया जा सकेगा.
न्यायाधीश ने टिप्पणी की, “यह एक निर्दयी हमला था, जिसने न सिर्फ़ एक जीवन छीना बल्कि एक पूरे समुदाय को हिला दिया. हथियारों के प्रति आपकी दीवानगी और उन्हें ‘कूल’ मानने की सोच बेहद खतरनाक है.”
क्या था मामला?
घटना के समय दोनों छात्र शेफ़ील्ड के एक माध्यमिक स्कूल में साथ पढ़ते थे.
पुलिस जांच में पाया गया कि खान लंबे समय से सोशल मीडिया पर चाकुओं की तस्वीरें साझा कर रहा था और अपने साथियों को प्रभावित करने की कोशिश करता था.
साउथ यॉर्कशायर पुलिस ने सज़ा के बाद बयान जारी कर कहा, “यह सज़ा उस समुदाय के लिए राहत है जिसने अपने एक बच्चे को हिंसा में खोया. किशोरों में हथियार रखने की प्रवृत्ति को लेकर अब समाज को गंभीरता से सोचना होगा.” (bbc.com/hindi)


