अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा है कि दोहा में अफ़ग़ान तालिबान के साथ हुए पाकिस्तान के समझौते का ब्योरा गोपनीय रहेगा.
बीबीसी उर्दू के मताबिक़, ख़्वाजा आसिफ़ ने एआरवाई न्यूज़ से पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच हुए समझौते के बारे में बातचीत की.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की बातचीत तहरीक़-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से नहीं बल्कि अफ़ग़ान तालिबान से हो रही है, जो अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता में है और दोहा में अफ़ग़ान तालिबान के साथ हुआ समझौता गोपनीय रहेगा.
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि वह इसका ब्यौरा नहीं दे सकते और इसे गोपनीय रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि समझौते में तीन बातें शामिल हैं- शरणार्थियों की वापसी, टीटीपी की सरपरस्ती और युद्धविराम.
वहीं, जियो न्यूज़ से ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा, "हमने टीटीपी से बात नहीं की, हमने अफ़ग़ान तालिबान से बात की है जो वहां शासन करते हैं और हमारे उनके साथ अनौपचारिक राजनयिक संबंध हैं."
उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर टीटीपी के साथ बात नहीं करेंगे.
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि क़तर में पाकिस्तान और अफ़ग़ान तालिबान के बीच हुए समझौते के तहत बनी सहमति को लागू करने के लिए अगले दौर की बातचीत तुर्की में होगी.
बीते दिनों पाकिस्तानी सेना और अफ़ग़ान तालिबान के सैनिकों के बीच हुईं कई झड़पों के बाद युद्धविराम की सहमति बनी थी. इसके लिए क़तर की राजधानी दोहा में तुर्की और क़तर की मध्यस्थता में बातचीत हुई थी. (bbc.com/hindi)


