अंतरराष्ट्रीय
बीबीसी उर्दू के मुताबिक़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने सीमावर्ती इलाक़ों में अफ़ग़ानिस्तान की ओर से हुई कार्रवाइयों की कड़ी निंदा की है और कहा कि पाकिस्तान अपनी रक्षा के संबंध में कोई समझौता नहीं करेगा.
उन्होंने सेना की कार्रवाई की तारीफ़ करते हुए कहा कि अग्रिम कार्रवाइयों ने दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया.
प्रधानमंत्री ने सेना प्रमुख फ़ील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना की पेशेवर क्षमता की सराहना की और कहा, "हमारी रक्षा मज़बूत हाथों में है और हम देश के हर कोने की रक्षा करना जानते हैं."
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हर उकसावे का कड़ा और प्रभावी जवाब दिया जाएगा.
शहबाज़ ने यह भी कहा कि "पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान को आतंकवादी तत्वों के बारे में कई बार सूचित किया है, ताकि अफ़ग़ान धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के ख़िलाफ़ न हो."
विदेश मंत्री का भी आया बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक़ डार ने सीमावर्ती घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए कहा कि तालिबान की सीमा पर कथित गोलीबारी और छापेमारी "गंभीर उकसावा" है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई तालिबान के "सैन्य बुनियादी ढांचे और आतंकवादी ठिकानों" के ख़िलाफ़ है और इसका उद्देश्य नागरिकों को निशाना बनाना नहीं है.
डार ने कहा, "हमारी रक्षात्मक प्रतिक्रिया में शांतिपूर्ण अफ़ग़ान नागरिक आबादी को निशाना बनाना शामिल नहीं है. हम नागरिक हताहतों से बचने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं."
उन्होंने तालिबान सरकार से उन तत्वों के ख़िलाफ़ ठोस कार्रवाई की मांग दोहराई जो पाक-अफ़ग़ान संबंधों को पटरी से उतारना चाहते हैं. (bbc.com/hindi)


