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वाशिंगटन डीसी में एक यहूदी संग्रहालय के बाहर इसराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या करने वाले संदिग्ध पर हत्या के अलावा हथियार रखने संबंधी आरोप लगाए गए हैं.
अमेरिकी अटॉर्नी जीनिन पिरो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बुधवार रात के हमले की घृणा अपराध के रूप में जांच की जा रही है, अभी और भी आरोप लगाए जा सकते हैं.
उन्होंने गुरुवार को कहा, "यह मामला मृत्युदंड योग्य है."
एफबीआई ने इस हत्या को 'यहूदी समुदाय के विरुद्ध एक आतंकवादी और निर्देशित हिंसा का कृत्य' बताया है.
पुलिस ने बताया कि बुधवार को स्थानीय समयानुसार रात 9:08 बजे वाशिंगटन डीसी में कैपिटल यहूदी संग्रहालय में एक कार्यक्रम के बाद यारोन लिस्चिंस्की और सारा लिन मिलग्रिम की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पुलिस ने बताया कि संदिग्ध ने कार्यक्रम से बाहर निकल रहे चार लोगों पर गोली चलाई, इसमें से दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने संदिग्ध की पहचान शिकागो निवासी 30 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज़ के रूप में की है.
उसे गोलीबारी के तुरंत बाद घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए जाते समय उसने 'फ़लस्तीन को आज़ाद करो' के नारे लगाए.
गुरुवार को अदालत में हुई सुनवाई में संदिग्ध पर आरोप लगाए गए और उसे 18 जून तक हिरासत में भेज दिया गया.(bbc.com/hindi)