अंतरराष्ट्रीय

मेलबर्न, 3 मई। एंथनी अल्बनीज लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए हैं।
वह पिछले 21 वर्षों में ऐसी जीत दर्ज करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री बन गए हैं। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा।
जीत के बाद अल्बनीज ने सिडनी में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया की जनता ने वैश्विक चुनौतियों का सामना ऑस्ट्रेलियाई तरीके से करने का निर्णय लिया है, तथा भविष्य के निर्माण के साथ-साथ एक-दूसरे का भी ध्यान रखा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कहीं और से भीख मांगने, उधार लेने या नकल करने की जरूरत नहीं है। हम विदेश से प्रेरणा नहीं लेते बल्कि हम इसे अपने मूल्यों और अपने लोगों में पाते हैं।’’
विपक्षी नेता पीटर डटन की रूढ़िवादी लिबरल पार्टी ने महंगाई बढ़ने और ब्याज दरों में वृद्धि के लिए सरकारी फिजूलखर्ची को दोषी ठहराया है। लिबरल पार्टी ने सरकारी खर्च को कम करने के लिए पांच में से एक से अधिक सरकारी नौकरी को समाप्त करने का संकल्प जताया था।
अल्बनीज की पार्टी ने डटन की पार्टी पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की ‘‘नकल’’ करने का आरोप लगाया था।
ऑस्ट्रेलिया के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 151 सीटों वाले निचले सदन ‘प्रतिनिधि सभा’ में अल्बनीज की मध्य-वाममार्गी सत्तारूढ़ लेबर पार्टी को 78 सीटें मिलीं।
विपक्षी नेता पीटर डटन ने शनिवार के चुनाव में हार स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘हमने इस (चुनाव प्रचार) अभियान के दौरान अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, यह आज रात स्पष्ट हो गया है, और मैं इसके लिए पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले, मैंने प्रधानमंत्री को उनकी सफलता पर बधाई देने के लिए आज फोन किया। यह लेबर पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।’’
ऊर्जा नीति और महंगाई चुनाव प्रचार अभियान में प्रमुख मुद्दे रहे। (एपी)