अंतरराष्ट्रीय
जोहानिसबर्ग, 20 फरवरी दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक बृहस्पतिवार को शुरू हो रही है लेकिन दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका के बीच कूटनीतिक तनाव के कारण अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो इसमें शामिल नहीं होंगे।
इस बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और चीनी विदेश मंत्री वांग यी सहित अन्य राजनयिकों के शामिल होने की उम्मीद है, जबकि अमेरिका का प्रतिनिधित्व दक्षिण अफ्रीका में कार्यवाहक राजदूत डाना ब्राउन करेंगे।
यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और अफ्रीकी संघ जो जी-20 का हिस्सा है, भी इसमें शामिल होंगे।
रुबियो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस कार्यकारी आदेश के बाद बैठक से किनारा कर लिया जिसके तहत दक्षिण अफ्रीका को विदेशी सहायता रोक दी गई थी। व्हाइट हाउस ने कहा था कि देश के श्वेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव के कारण ऐसा किया गया।
अमेरिका अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में इजराइल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के मामले से भी नाखुश है। दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री रोनाल्ड लामोला ने कहा है कि रुबियो का फैसला ‘‘दक्षिण अफ्रीका में जी20 की बैठक का पूर्ण बहिष्कार नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका इस सप्ताह जोहानिसबर्ग में ‘किसी न किसी रूप में’ प्रतिनिधित्व करेगा।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने भी पुष्टि की है कि वह अगले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में होने वाली जी20 वित्त मंत्रियों की बैठक में भाग नहीं लेंगे।
राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा सभा का उद्घाटन करने की उम्मीद है। वह ‘एकजुटता, समानता और स्थिरता’ विषय पर सभा को संबोधित करेंगे, लेकिन रुबियो ने इसे ‘विविधता, समानता और समावेशी ढांचे’ के रूप में वर्णित किया है जिसका नया ट्रंप प्रशासन मुखर रूप से विरोध करता है।
दक्षिण अफ्रीका इस वर्ष अपनी जी20 अध्यक्षता के तहत 130 से अधिक कार्य समूह बैठकों और 23 मंत्रिस्तरीय बैठकों की मेजबानी करेगा, जो पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई थी। दक्षिण अफ्रीका के कार्यकाल के बाद 2026 में अमेरिका द्वारा जी20 अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभालने की उम्मीद है। (एपी)