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ईरान में पाकिस्तान के 10 हज़ार से अधिक नागरिकों को क्यों किया गया गिरफ़्तार?
28-Dec-2024 9:03 AM
ईरान में पाकिस्तान के 10 हज़ार से अधिक नागरिकों को क्यों किया गया गिरफ़्तार?

पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) का कहना है कि इस साल ईरान में 10,000 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया है. ये लोग अवैध रूप से विदेश पहुंचना चाहते थे.

एफआईए अधिकारियों के मुताबिक, साल 2024 में 1 जनवरी से 15 दिसंबर तक ईरान में 10, 454 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया है. ये लोग बलूचिस्तान के अनजाने रास्तों से ईरान में दाखिल हुए थे.

पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि ईरान के अधिकारियों ने अलग-अलग समय पर इन लोगों को गिरफ़्तार करने के बाद चगाई जिले के सीमावर्ती शहर ताफ्तान में पाकिस्तान को सौंप दिया था.

पाकिस्तानियों के अलावा अफ़ग़ान नागरिक भी बलूचिस्तान के रास्ते बेहतर भविष्य की तलाश में यूरोपीय देशों में जाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, ईरान में बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

एफआईए अधिकारियों के अनुसार, साल 2024 में ईरान में गिरफ़्तारियों की दर साल 2023 की तुलना में ज्यादा थी. साल 2023 में ईरान में गिरफ़्तार किए गए पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या 8 हजार 272 थी.

एफआईए के आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 से साल 2024 तक पांच सालों के दौरान पाकिस्तान से अवैध रूप से ईरान में प्रवेश करने वाले 62,000 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया था.

ईरान में गिरफ़्तार किए गए ज़्यादातर पाकिस्तानी नागरिक पंजाब प्रांत के हैं.

बलूचिस्तान के पांच जिले ईरान के साथ सीमा साझा करते हैं, जिनमें चगाई, वाशिक, पंजगुर, केच और ग्वादर शामिल हैं.

पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों के अलावा अफ़ग़ानिस्तान के लोग भी इन जिलों में पहुंचते हैं जहां से मानव तस्कर उन्हें ईरान ले जाते हैं और वहां से तुर्की के रास्ते ग्रीस ले जाते हैं.

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, पहले बड़ी संख्या में लोग केच और ग्वादर से ईरान में प्रवेश करते थे, लेकिन वहां चरमपंथी हमलों के कारण अब ज्यादातर लोग चगाई और वाशक के रास्ते ईरान में घुसते हैं.

इस कोशिश के दौरान जहां बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ़्तार किया जाता है, वहीं रास्ते की कठिनाइयों के कारण कई लोगों की जान भी चली जाती है. (bbc.com/hindi)


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