अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी लेबनान में किए गए इसराइली हमले की जांच करने की मांग की है.
उत्तरी लेबनान में किए गए इसराइली हवाई हमले में 23 लोगों की जान गई थी. संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवीय मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता जेरेमी लॉरेंस के मुताबिक़ ईसाई बहुल गांव एतो पर किए गए इसराइली हमसे से मानवीय क़ानून को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं.
लॉरेंस ने कहा कि इसराइली बमबारी में मारे गए लोगों में 12 महिलाओं और दो बच्चे भी शामिल हैं. यहां तक कि बचावकर्मी मंगलावर को भी ऐतो गांव में मलबे से शवों को बाहर निकाल रहे थे.
हालांकि इसराइली सेना (आईडीएफ़) ने अभी तक खुद पर लगे आरोपों या फ़िर इस हमले से जुड़ी कोई भी टिप्पणी नहीं की है.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ पिछले हफ़्ते गुरुवार को बेरूत की एक इमारत पर इसराइली बमबारी में 22 लोग मारे गए थे.
वहीं कुछ और रिपोर्ट्स में ऐसा कहा गया है कि ये हमले बिना चेतावनी के किए गए थे और इसमें ईरान समर्थित गुट हिज़्बुल्लाह के वरिष्ठ सदस्य वाकिफ़ सफ़ा को निशाना बनाया गया था. इस हमले में 117 लोग मारे गए थे. (bbc.com/hindi)