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नवलनी को अपनी मौत जेल में होने की अंदेशा था: रूसी विपक्षी नेता के संस्मरण से मिली जानकारी
12-Oct-2024 10:04 PM
नवलनी को अपनी मौत जेल में होने की अंदेशा था: रूसी विपक्षी नेता के संस्मरण से मिली जानकारी

मॉस्को, 12 अक्टूबर। रूस के दिवंगत विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी द्वारा लिखे गए संस्मरण के अंशों से पता चला है कि उनका मानना था कि उनकी मौत जेल में ही होगी।

‘न्यू यॉर्कर’ पत्रिका ने नवलनी के संस्मरण ‘पैट्रियट’ के 22 अक्टूबर को होने वाले विमोचन से पहले उसके कुछ अंश प्रकाशित किए।

नवलनी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे मुखर आलोचकों में थे और उन्होंने रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया।

उनकी फरवरी में एक सुदूर आर्कटिक जेल में उस समय मौत हो गई जब वह कई आरोपों के सिलसिले में 19 साल कारावास की सजा काट रहे थे। उनके खिलाफ लगे आरोपों में एक चरमपंथी समूह चलाने का आरोप भी शामिल था। नवलनी का कहना था कि उन पर लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित थे।

उन्हें 2021 में जर्मनी से लौटने के बाद जेल में डाल दिया गया था। वह किसी ‘नर्व एजेंट’ से जहर दिए जाने के कारण जर्मनी में उपचार करा रहे थे। नवलनी ने उन्हें जहरीला पदार्थ देने के लिए क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के आवासीय परिसर एवं कार्यालय) को दोषी ठहराया था। रूसी अधिकारियों ने उन्हें जहर दिए जाने और उनकी मौत के लिए जिम्मेदार होने के आरोपों का पुरजोर खंडन किया है।

प्रकाशक ‘अल्फ्रेड ए नोपफ’ ने ‘पैट्रियट’ के विमोचन की अप्रैल में घोषणा की थी और इसे दिवंगत नेता का ‘‘दुनिया के लिए अंतिम पत्र’’ कहा था।

नोपफ के अनुसार, नवलनी ने उन्हें जहर दिए जाने के बाद स्वास्थ्य लाभ लेते समय किताब पर काम करना शुरू कर दिया था और जेल के अंदर एवं बाहर रूस में इसे लिखना जारी रखा।

नवलनी ने जेल में काटे समय का जिक्र करते हुए कहा कि वह ‘‘बुरी से बुरी चीज की कल्पना किया करते थे और फिर (...) इसे स्वीकार करते थे।’’

उनके लिए, सबसे बुरी चीज जेल में मरना था। नवलनी ने 22 मार्च, 2022 को लिखा, ‘‘मैं अपना बाकी जीवन जेल में बिताऊंगा और यहीं मरूंगा।’’

उन्होंने कहा ‘‘अलविदा कहने वाला कोई नहीं होगा... सभी वर्षगांठ मेरे बिना मनाई जाएंगी। मैं अपने नाती-पोते कभी नहीं देख पाऊंगा।’’

उन्होंने इस नियति को स्वीकार कर लिया था। नवलनी के संस्मरण में रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक दृढ़ रुख व्यक्त किया गया है।

उन्होंने 22 मार्च, 2022 को लिखा था, ‘‘स्थिति के प्रति मेरा दृष्टिकोण सोच समझकर निष्क्रिय होने का निश्चित रूप से नहीं है। मैं निरंकुशता को समाप्त करने के लिए (या अधिक विनम्रता से कहूं तो इसे समाप्त करने में योगदान देने के लिए) यहां से हर संभव प्रयास कर रहा हूं।’’

उनकी मौत से एक महीने पहले 17 जनवरी, 2024 के एक अंश में नवलनी ने अपने साथी कैदियों और जेल गार्ड द्वारा पूछे गए इस सवाल का जवाब दिया, ‘‘आप वापस क्यों आए?’’

उन्होंने लिखा, ‘‘मैं अपने देश को छोड़ना या उससे विश्वासघात नहीं करना चाहता। अगर आपके विश्वास का कोई मतलब है तो आपको उसके लिए खड़े होने और जरूरत पड़ने पर बलिदान देने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’

नवलनी का लेखन कारावास के दौरान उनके अकेलेपन और चुनौतियों को दर्शाने के अलावा उनके हास्य को भी दर्शाता है। इस संस्मरण में नवलनी ने जेल की सजा की अवधि को लेकर अपने वकीलों के साथ लगी शर्त का जिक्र करते हुए लिखा, ‘‘ओल्गा ने 11 से 15 साल की सजा का अनुमान लगाया था। वादिम ने ठीक 12 साल और छह महीने की अपनी भविष्यवाणी से सभी को चौंका दिया। मैंने सात से आठ साल का अनुमान लगाया और मैं विजेता रहा।’’

उन्होंने ‘‘अनुशासनात्मक गतिविधि’’ के रूप में ‘‘पुतिन के चित्र के नीचे लकड़ी की मेज पर घंटों बैठाए जाने की बेतुकी बात’’ पर भी आश्चर्य व्यक्त किया।

नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनया ने अप्रैल में प्रकाशक द्वारा जारी एक बयान में कहा था कि यह पुस्तक न केवल ‘‘एलेक्सी के जीवन का बल्कि तानाशाही के खिलाफ लड़ाई के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।’’

उन्होंने कहा था कि उनके पति की कहानी साझा करने से ‘‘दूसरों को सही बात के लिए खड़े होने और उन मूल्यों को कभी न खोने की प्रेरणा मिलेगी जो वास्तव में मायने रखते हैं।’’ (एपी)


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