अंतरराष्ट्रीय

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अपनी सुरक्षा को देखते हुए इसराइल, लेबनान की सीमा से सटे गांवों में लोगों को वापस बसाने के लिए जो भी कार्रवाई ज़रूरी होगी, वो करेगा.
हिज़्बुल्लाह के साथ बढ़े हुए तनाव के बीच उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डाले गए एक वीडियो संदेश में कहा, "आठ अक्तूबर के बाद से ईरान समर्थित हिज़्बुल्लाह बिना किसी उकसावे के इसराइल पर हमला करता रहा है, जिस कारण सीमा के पास के इलाकों से 60 हजार इसराइलियों को घर छोड़ना पड़ा है."
उन्होंने कहा है, "उसके बाद से एक भी दिन के लिए हिज़्बुल्लाह ने हम पर हमले करना बंद नहीं किया."
नेतन्याहू ने कहा है, "कोई भी देश अपने शहरों पर बमबारी को बर्दाश्त नहीं करेगा, हम भी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे."
बीते साल 7 अक्तूबर को इसराइल पर हुए हमास के हमले के बाद से इसराइल और हमास के बीच संघर्ष जारी है.
एक तरफ जब अपनी दक्षिणी सीमा के पास इसराइल हमास को ख़त्म करने की कोशिश में लगा हुआ था, दूसरी तरफ उसकी उत्तरी सीमा और लेबनान की दक्षिणी सीमा के पास से हिज़्बुल्लाह ने भी इसराइल पर हमले करने शुरू किए.
हालांकि बीते महीनों में इसराइल ने भी हिज़्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया है.
इस सप्ताह लेबनान में कम्यूनिकेशन डिवासेस में हुए धमाकों के बाद इसराइली रक्षा मंत्री ने कहा था कि सेना उत्तर की तरफ बढ़ रही है और सेना प्रमुख ने इसराइल और लेबनान सीमा पर युद्ध को मंज़ूरी दे दी है. (bbc.com/hindi)