अंतरराष्ट्रीय
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हंगरी की राष्ट्रपति कैटलिन नोवाक ने बच्चों के यौन शोषण के मामले में दोषी ठहराए गए एक शख़्स की सज़ा माफ़ करने पर खेद जताते हुए इस्तीफ़ा दे दिया है.
पिछले हफ़्ते यह बात सामने आई थी कि राष्ट्रपति नोवाक ने एक ऐसे शख़्स की सज़ा माफ़ की थी, जिसने बच्चों पर यह दबाव डाला था कि वो एक सरकारी बालगृह के निदेशक पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को वापस ले लें.
उनके इस फ़ैसले को लेकर हंगरी में लगातार विरोध बढ़ रहा था और उनके इस्तीफ़े की मांग की जा रही थी.
नोवाक ने टीवी पर लाइव आकर अपने फ़ैसले पर खेद प्रकट किया और कहा कि उन्होंने यह माफ़ी देने में ग़लती की है.
सज़ा माफ़ी के इस फ़ैसले को मंज़ूरी देने वालीं तत्कालीन न्याय मंत्री जूडित वारगा ने प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बान की पार्टी की ओर से यूरोपीय चुनावों के लिए अभियान से हटने की घोषणा की है.
बीते साल अप्रैल में जब पोप फ्रांसिस हंगरी आए थे तो राष्ट्रपति नोवाक ने 25 लोगों की सज़ा माफ़ की थी.
पिछले हफ़्ते इन 25 क़ैदियों के नाम सार्वजनिक किए गए थे.
इनमें बुडापेस्ट के नज़दीक एक चिल्ड्रन होम (बालाश्रय) के उप-निदेशक का भी नाम था, जिन्हें तीन साल की सज़ा दी गई थी.
उन्होंने बच्चों पर दबाव डाला था कि वे बालाश्रय के निदेशक पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को वापस ले लें.
निदेशक को भी इस मामले में आठ साल जेल की सज़ा मिली है. (bbc.com/hindi)