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लंदन, 6 फरवरी। बकिंघम पैलेस ने कहा है कि ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने प्रिंस ऑफ वेल्स रहने के दौरान कैंसर संबंधी परमार्थ कार्य के संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका को ध्यान में रखते हुए खुद को कैंसर होने की बात को सार्वजनिक करने का फैसला किया।
पैलेस ने सोमवार शाम घोषणा की कि 75 वर्षीय महाराजा ने कैंसर के एक अनिर्दिष्ट रूप का पता चलने के बाद उपचार लेना शुरू कर दिया है और उनकी सोच "पूरी तरह से सकारात्मक" है।
बकिंघम पैलेस के एक प्रवक्ता ने कहा, "उपचार शुरू होने के बाद महाराजा ने खुद को कैंसर होने की बात को सार्वजनिक करने का फैसला किया। उन्होंने यह निर्णय इस बात को ध्यान में रखते हुए किया कि प्रिंस ऑफ वेल्स के रूप में वह कैंसर से जुड़े परमार्थ कार्य के संरक्षक थे।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित दुनिया भर के नेताओं ने चार्ल्स तृतीय के "शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बीबीसी से कि वह महाराज को कैंसर होने की खबर सुनकर "स्तब्ध और दुखी" हैं, लेकिन शुक्र है कि बीमारी का "जल्दी पता चल गया"।
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, “महामहिम अपनी देखभाल और त्वरित उपचार के लिए अपनी चिकित्सा टीम के आभारी हैं। वह अपने इलाज के बारे में पूरी तरह से सकारात्मक हैं और जल्द से जल्द सार्वजनिक कर्तव्य पर लौटने के लिए उत्सुक हैं।” (भाषा)