अंतरराष्ट्रीय

UK MoD
अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन स्थित हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों पर फिर से हमले करना शुरू किया है.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के अनुसार, यमन में 13 जगहों पर हूती विद्रोहियों के 36 ठिकानों पर हमले किए गए हैं.
हूती विद्रोहियों पर अमेरिका और ब्रिटेन की ओर से किए गए संयुक्त हमलों का ये तीसरा दौर है.
ये हमले हूती विद्रोहियों की ओर से लाल सागर से गुज़र रहे जहाज़ों पर दागे गए क्रूज़ मिसाइलों के ख़िलाफ़ किए गए 'आत्मरक्षा अभियान' के अलावा हैं.
अमेरिका ने शनिवार को किए उन हमलों में छह एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइलों को निशाना बनाया था.
एक बयान में बताया गया है कि इन नए हमलों के तहत हूती विद्रोहियों के हथियार भंडारण केंद्रों, मिसाइलों और लॉन्चरों, वायु रक्षा प्रणालियों और रडार से जुड़े स्थानों पर हमले किए गए हैं.
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में बताया, "ये सामूहिक कार्रवाई हूती विद्रोहियों को एक स्पष्ट संदेश है कि अगर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय माल ढुलाई और नौसैनिक जहाज़ों पर अपने अवैध हमले बंद नहीं किए तो उन्हें आगे भी नतीजे भुगतने होंगे. हम दुनिया के सबसे अहम जल मार्गों में से एक में, जीवन और कारोबार के मुक्त प्रवाह की सुरक्षा करने में कोई संकोच नहीं करेंगे."
वहीं ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने भी पुष्टि की है कि उसके टाइफून जेट ने यमन के तीन ठिकानों पर बम गिराए हैं.
उसके बयान के अनुसार, "सावधानीपूर्वक किए गए खुफिया विश्लेषण से लक्ष्यों की पहचान की गई. इनमें यमन के पश्चिमी तट पर संचालित दो ड्रोन ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन भी शामिल थे."
इसराइल के ग़ज़ा पर किए गए हमलों के विरोध में ईरान समर्थित हूती लड़ाके लाल सागर से गुज़रने वाले जहाज़ों पर हमले कर रहे हैं.
अमेरिका ने पिछले महीने दो बार यमन में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों पर हमले किए थे. (bbc.com/hindi)