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चीनः युन्नान प्रांत में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हुई
23-Jan-2024 8:13 PM
चीनः युन्नान प्रांत में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हुई

बीजिंग/कुनमिंग, 23 जनवरी। दक्षिणपश्चिम चीन के पर्वतीय युन्नान प्रांत में भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है और कई अन्य व्यक्ति अभी भी लापता हैं। स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

सरकारी सीजीटीएन ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि सोमवार को दक्षिण-पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत के झेनशियांग काउंटी के एक गांव में भूस्खलन के बाद 31 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

भूस्खलन सोमवार सुबह झाओतोंग शहर के लियांगशुई गांव में हुआ, जिसमें कुल 47 लोग फंस गए। प्रांत के ठंडे पहाड़ी क्षेत्र में बचाव स्थल बर्फ की मोटी परत से ढका हुआ है।

परिवहन वाहनों सहित 120 वाहनों और 45 स्वान के साथ 1,000 से अधिक बचाव कर्मी घटनास्थल पर खोज और बचाव कार्य में जुटे हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए 33 अग्निशमन वाहन और 10 लोडिंग मशीन भी लगाई गईं हैं।

सरकार ने बचाव अभियान के लिए सेना और मिलिशिया को भी तैनात किया है। जेनक्सिओनग काउंटी में कुल 104 मिलिशिया सदस्य भी लगाए गए हैं।

चीन की सरकार ने खोज और बचाव, प्रभावित लोगों के पुनर्वास, क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत और अन्य कार्यों के साथ आपदा राहत और आपातकालीन बचाव कार्यों में मदद के लिए कुल पांच करोड़ युआन (लगभग 70 लाख डॉलर) आवंटित किए हैं।

झाओतोंग के प्राकृतिक संसाधन और नियोजन ब्यूरो के निदेशक वू जुन्याओ ने बताया कि एक विशेषज्ञ समूह की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भूस्खलन एक खड़ी चट्टान के ऊपरी हिस्से के ढहने से हुआ।

खबर में उनके हवाले से कहा गया है कि ढहा हुआ हिस्सा लगभग 100 मीटर चौड़ा और 60 मीटर लंबा था और उसकी औसतन मोटाई लगभग छह मीटर थी।

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को भूस्खलन के बाद लापता लोगों की तलाश और हरसंभव बचाव प्रयासों पर अमल का आदेश दिया है।

शिन्हुआ की खबर के मुताबिक, शी ने कहा, ‘‘हमें तुरंत बचाव दलों को तैनात करना चाहिए, लापता लोगों की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए और जहां तक संभव हो, यह प्रयास करना चाहिए कि हताहतों की संख्या कम हो।’’

प्रांत के ठंडे पहाड़ी क्षेत्र में स्थित होने से वहां कई दिनों तक बर्फ जमी रहती है जिससे बचाव स्थल बर्फ की मोटी परत से ढंका है।

खबर में बताया गया कि बचाव अधिकारियों ने आपदा से पहले और बाद की तस्वीरों के तुलनात्मक विश्लेषण के माध्यम से दबे हुए घरों के स्थानों का निर्धारण करते हुए खोज अभियान की रूपरेखा तैयार की।

अग्निशमन कर्मी ली शेंगलोंग ने कहा, "मुख्यालय द्वारा तय किए गए समय के अनुसार खोज और बचाव अभियान रात भर जारी रहते हैं। खबर में बताया गया कि आसपास के गांवों के कई निवासी भी सहायता प्रदान करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। (भाषा)


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