अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक़ काकड़ के दफ़्तर ने बताया है कि पाकिस्तान और ईरान के राजनयिक संबंध एक बार फिर बहाल हो गए हैं.
उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देशों के राजदूत अपने पद पर वापस लौट आएंगे. हालांकि इस बारे में अभी तक ईरान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
दोनों देशों के एक दूसरे के इलाक़ों में मौजूद कथित चरमपंथी ठिकानों पर किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद दोनों ने अपने-अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था.
ईरान ने मंगलवार को बलूचिस्तान प्रांत में हमले किए, जिसके बारे में पाकिस्तान ने बताया था कि हमले में दो लोगों की मौत हो गई.
उसके बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान पर हमले किए. ईरान ने बताया कि इन हमलों में नौ लोग मारे गए.
इससे पहले शुक्रवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की फोन पर हुई बातचीत में पाकिस्तान ने ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की मंशा जाहिर की थी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, "विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने आपसी विश्वास और सहयोग की भावना के आधार पर ईरान के साथ सभी मसलों पर काम करने की पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की."
"वे हालात को नरम बनाने पर भी सहमत हुए. दोनों देशों के राजदूतों की एक दूसरे की राजधानियों में वापस बुलाने पर चर्चा की गई." (bbc.com/hindi)