अंतरराष्ट्रीय

Husam Zomlot/X
अमेरिका में एक विश्वविद्यालय के तीन फ़लस्तीनी छात्रों को गोली मारने वालों का सुराग़ देने वाले को 10 हज़ार अमेरिकी डॉलर का ईनाम दिया जाएगा.
इस ईनाम की घोषणा अमेरिका के ही एक मुस्लिम नागरिक अधिकारों के लिए काम करने वाले समूह ने की है.
द काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) ने प्रशासन से अपील की है कि वो इस गोलीबारी के संभावित ‘पूर्वाग्रह के मक़सद’ की भी जांच करे. इस समूह का दावा है कि ‘मुस्लिम विरोधी और फ़लस्तीन विरोधी नफ़रत में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है.’
बर्लिंगटन पुलिस के मुताबिक़, परिवार के साथ डिनर करते जाते समय यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्मोन्ट कैंपस के नज़दीक एक शख़्स ने हिशाम अवारतानी, तहसीन अहमद और किन्नान अब्दलहामिद को गोली मार दी थी.
अफ़सरों का कहना है कि वो हमले के मक़सद की छानबीन कर रहे हैं लेकिन जब उन पर हमला हुआ तब उन्होंने काफ़िया (पारंपरिक स्कार्फ़) पहना हुआ था और वो अरबी बोल रहे थे.
बर्लिंगटन पुलिस प्रमुख जोन मूरा का कहना है कि दो लोगों की हालत स्थिर है जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल है.
पुलिस संदिग्ध को ढूंढने में लगी हुई है. (bbc.com/hindi)