अंतरराष्ट्रीय
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हमास ने रविवार को अपने चार शीर्ष कमांडरों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया है कि उत्तरी ग़ज़ा हमास की ब्रिगेड के कमांडर अहमद अल गंदौर की भी मौत हो गई है.
हालांकि हमास ने अपने बयान में ये नहीं बताया है कि ये कमांडर कब और कैसे मारे गए.
इसी बीच इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम का आज तीसरा दिन हैं.
वहीं फ़लस्तीनी रेड क्रेसेंट ने बताया है कि रविवार को मग़ाज़ी शरणार्थी केंद्र में इसराइली सेना के एक हमले में एक किसान की मौत हो गई है.
फ़लस्तीनी रेड क्रेसेंट की इस रिपोर्ट पर इसराइल ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
अभी ये भी स्पष्ट नहीं है कि इस घटना का बंधकों की रिहाई के लिए हुए समझौते पर कोई असर होगा या नहीं.
इसराइल और हमास चार दिनों के संघर्ष विराम के लिए तैयार हुए थे. अभी तक हमास ने दो बार इसराइल के बंधकों को रिहा किया है और इसके बदले इसराइल ने भी फ़लस्तीन के क़ैदियों को छोड़ा है.
रविवार को ही 13 इसराइली और चार थाई बंधक इसराइल पहुंचे हैं. हालांकि इन बंधकों की रिहाई में देरी हुई थी.
मिस्र और क़तर की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद बंधकों की रिहाई को लेकर पैदा हुए मतभेद समाप्त हो गए थे.
हमास और इसराइल के बीच इस समय नाज़ुक संघर्ष विराम लागू है. ये 7 अक्तूबर को हमास के इसराइल पर किए गए हमले के बाद से जारी जंग में पहला विराम है.
दक्षिणी इसराइल पर हमास के हमले में 1,200 से अधिक इसराइली मारे गए थे. इसराइल के जवाबी हमले में अब तक 14,800 से अधिक फ़लस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से 40 प्रतिशत के क़रीब बच्चे हैं.
इसराइल ने कहा है कि अगर हमास और बंधकों को रिहा करता है, तो संघर्ष विराम को आगे जारी रखा जा सकता है. इस समय हमास के क़ब्ज़े में 200 से अधिक बंधक हैं. (bbc.com/hindi)