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कराची, 6 अगस्त। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार को एक एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने से 22 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
हजारा एक्सप्रेस कराची से रावलपिंडी जा रही थी। यह ट्रेन नवाबशाह जिले में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई। सरहरी कराची से 275 की दूरी पर स्थित है।
रेलवे और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने हादसे में 22 यात्रियों की मौत की पुष्टि की है। संघीय रेल मंत्री साद रफीक ने मीडिया को बताया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि अस्पताल में भर्ती कराए गए कुछ घायलों की हालत गंभीर है।
उन्होंने कहा कि लगभग 10 डिब्बे पटरी से उतर गए और दुर्घटना के कारण की जांच की जा रही है।
पाकिस्तान रेलवे के सुक्कुर मंडल वाणिज्यिक अधिकारी (डीसीओ) मोहसिन सियाल ने बताया कि मलबे से 22 में से 15 शव निकाल लिए गए हैं और पाकिस्तानी सेना बचाव कार्य में मदद कर रही है। सियाल ने कहा, ‘‘महिलाओं सहित 22 लोगों की मौत हुई है और लगभग 100 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
इससे पहले, पाकिस्तान रेलवे के उपाधीक्षक महमूद रहमान ने पुष्टि की थी कि क्षतिग्रस्त डिब्बों से कम से कम 15 शव बरामद किए गए हैं।
टेलीविजन चैनल के फुटेज में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनास्थल पर ट्रेन के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहे हैं। फुटेज में बचावकर्मी और पुलिसकर्मी पटरी से उतरे डिब्बों से लोगों को बाहर निकालते हुए दिखे। आम लोग भी बचाव कार्य में शामिल दिखे। रहमान ने कहा, ‘‘फिलहाल, ध्यान बचाव कार्य और पटरी से उतरे डिब्बों से लोगों को निकालने पर है।’’ उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारण की जांच की जा रही है।
सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स ने दुर्घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के विशेष निर्देश पर बचाव अभियान शुरू किया गया है। बचाव अभियान में सहायता के लिए अतिरिक्त सैनिकों को बुलाया गया है। घायल लोगों को बचाने के लिए आर्मी एविएशन के हेलीकॉप्टर भी मौके पर पहुंच रहे हैं।
कराची में पाकिस्तान रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि कम से कम आठ डिब्बे पटरी से उतर गए और देरी से ब्रेक लगाने के कारण ज्यादा नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि प्रभावित डिब्बों को मशीन का इस्तेमाल करके कुछ घंटों में पटरी से हटा दिया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि कराची से रवाना होने वाली ट्रेन देर हो सकती हैं।
संघीय रेलवे और विमानन मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने कहा कि ने कहा कि ट्रेन में 1,000 से अधिक यात्री सवार थे। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ट्रेन तय रफ्तार से जा रही थी। उन्होंने कहा कि सुक्कुर और नवाबशाह के अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है।
‘डॉन’ अखबार ने मंत्री के हवाले से कहा, ‘‘या तो यांत्रिक खराबी हुई या कोई और गड़बड़ी हुई।’’
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंध सरकार को ट्रेन दुर्घटना में घायल यात्रियों को तत्काल उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया और पीपीपी कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया। बिलावल की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सिंध प्रांत में सत्ता में है।
सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने घटना में मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया। एक बयान में, उन्होंने नवाबशाह के उपायुक्त को घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
पाकिस्तान में पुराने ट्रैक रख-रखाव सिस्टम, सिग्नल समस्याओं, तकनीकी उपकरणों और पुराने इंजन के कारण रेलवे दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। सिंध में सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटना 1990 में सुक्कुर के पास हुई थी, जब 307 लोग मारे गए थे।
सात जून, 2021 को सिंध के घोटकी में दो एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर में 32 लोगों की मौत हो गई थी और 64 घायल हो गए थे। फरवरी 2020 में सिंध के रोहरी स्टेशन के पास एक ट्रेन और एक यात्री बस की टक्कर में 19 लोगों की मौत हो गई थी। (भाषा)