अंतरराष्ट्रीय

सीरिया का अरब लीग से क़रीब एक दशक का निर्वासन सोमवार को ख़त्म हो गया. इस सप्ताह शुक्रवार को अरब लीग की बैठक है. सीरिया का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जेद्दा पहुंच गया है.
इस प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री फ़ैसल मेकदाद और सूचना मंत्री बुतरुस हलाक़ शामिल हैं. सीरिया की समाचार एजेंसी सना ने यह जानकारी दी है.
सऊदी अरब के सरकारी टीवी चैनल अल-इख़बरिया के अनुसार, सऊदी के वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जदान ने कहा, ''मैं अरब लीग में सीरिया का स्वागत करता हूं.''
अरब लीग ने नवंबर 2011 में सीरिया को प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की वजह से लीग से बाहर कर दिया था. सीरिया में यही संघर्ष बाद में गृहयुद्ध में तब्दील हो गया और क़रीब 500,000 लोग मारे गए और लाखों लोग बेघर हो गए.
इस महीने की शुरुआत में अरब लीग ने आधिकारिक तौर पर सीरिया सरकार का स्वागत किया था. सीरिया को अरब लीग में वापस लाने में संयुक्त अरब अमीरात की भूमिका अहम रही है. उसने 2018 में सीरिया के साथ संबंध बहाल किए थे.
इसी बीच सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-अशद को यूएई ने यूएन जलवायु परिवर्तन कॉन्फ्रेंस (सीओपी28) में शामिल होने का न्योता दिया है. यह कॉन्फ्रेंस नवंबर में हो रहा है.
साल 2011 में अरब स्प्रिंग की लहर सीरिया भी पहुंची और वहां भी बशर अल-असद की सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. लेकिन असद पर आरोप है कि उन्होंने अपने विरोधियों को बर्बरता के साथ कुचल दिया और इसी के कारण तुर्की और अरब देशों ने उनसे संबंध तोड़ दिए. अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने भी सीरिया पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे. (bbc.com/hindi)