गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 27 जून। नगर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जीवन लाल बोथरा परिवार ने त्याग और दान अनुपम की मिसाल पेश की जिसकी नगर में सर्वत्र चर्चा हो रही है।
जीवन लाल बोथरा परिवार की तीसरी बहू विमला देवी मोहनलाल बोथरा की सुपुत्री कल्पना देशलहरा (55) धर्मपत्नी पुखराज देशलहरा चरोदा निवासी का आकस्मिक देहावसान 25 जून बुधवार के दिन प्रात: 9.45 बजे हो गया। शोक की इस घड़ी में भी परिवार के सदस्यों ने अपनी समाज सेवा की प्रवृति को बनाए रखते हुए और जनकल्याण के लिए कल्पना देशलहरा के मरणोपरान्त देशलहरा परिवार ने उनके देह दान का अभूतपूर्व निर्णय लिया। देहदान की प्रक्रिया पूरी कर उनके शरीर को बालाजी मेडिकल कॉलेज मोवा, रायपुर के सुपुर्द किया गया।
माता विमला देवी बोथरा, चाची पुष्पा देवी बोथरा ने भी किया था देहदान
कल्पना देशलहरा की माताजी विमला देवी बोथरा (74) धर्मपत्नी मोहनलाल बोथरा ने भी 20 सितंबर 2016 को देहदान कर त्याग और दान की अनुपम मिसाल पेश की थी। साथ ही उनकी चाची पुष्पा देवी बोथरा (68) धर्मपत्नी नगराज बोथरा की अंतिम इच्छा अनुसार 21 अप्रैल 2024 महावीर जन्म कल्याणक के पावन दिवस को परिवार वालों ने नेत्रदान और देहदान किया था।