गरियाबंद

शासन की नीतियां गरीबी को दूर करने में सहायक होती हैं- डॉ. आनंद महलवार
18-Oct-2024 2:17 PM
शासन की नीतियां गरीबी को दूर करने में सहायक होती हैं- डॉ. आनंद महलवार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 18 अक्टूबर। 
अन्तरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के अवसर पर कला एवं मानविकी विभाग, आईएसबीएम विश्वविद्यालय के  तत्वावधान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जो ‘भारत में गरीबी : कारण एवं निवारण’ विषय पर केंद्रित रहा। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद महलवार थे तथा विशिष्ट वक्ता के रूप में शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. एन कुमार स्वामी तथा छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शुभाशीष विश्वास थे। 

कार्यक्रम में बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद महलवार ने कहा कि स्किल की कमी गरीबी का मुख्य कारण है। आज के समय में शासन के स्तर पर तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है जिससे लोग गरीबी में कमी आई है। शासन की नीतियों के कारण कई लोग आज गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। लेकिन हमें शासन की नीतियों से आलसी नहीं होना चाहिए बल्कि अपनी मेहनत से देश को और भी मजबूत बनाने में योगदान देना चाहिए। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. एन कुमार स्वामी ने कहा कि गरीबी का मुख्य कारण शिक्षा की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं का न होना है। अगर समय के माँग के हिसाब से हम अपने स्किल को विकसित नहीं करेंगे तो गरीबी के अभिशाप से मुक्त नहीं हो पाएंगे। आज के समय की ज़रूरत है अच्छी शिक्षा और समूची स्वास्थ्य व्यवस्था।छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शुभाशीष विस्वास ने कहा कि गरीबी एक मानसिक बीमारी है। जनसंख्या वृद्धि से संसाधनों में कमी होती जा रही है। हमें अपने आय को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। 

कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में वाद-विवाद प्रतियोगिता  भारत में गरीबी: संसाधनों की कमी या नीतिगत कमज़ोरी पर केंद्रित रहा। इस कार्यक्रम में तेजराम साहू, कुणाल साहू, विकास दुबे, तेजराम साहू, नीरज कुमार, चिन्मया, मिथिलेश, तनुजा और रूपेश ने भाग लिया। निर्णायक मंडल की भूमिका  सुश्री छायांगी महामला, डॉ. अश्वनी कुमार साहू ने निभाया। 

कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिवाकर तिवारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कृष्ण कुमार ने दिया। इस मौके पर विभाग के शिक्षक अशोक कुमार, रमेश कुमार नायक, हरीश कुमार, ममता साहू, आदि मौजूद रहे।


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