गरियाबंद

संसार में परीक्षित रुपी जीव का मोक्ष भागवत कथा से ही संभव -राधा नंदनी
15-Feb-2023 3:01 PM
संसार में परीक्षित रुपी जीव का मोक्ष भागवत कथा से ही संभव -राधा नंदनी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 15 फरवरी।
जीव रूपी परीक्षित को तक्षक नाग के भय से मुक्त कराने और मोक्ष होने का सशक्त माध्यम श्रीमद्भागवत कथा आयोजन होना ही है। जिसे शुकदेव जैसे महान कर्मकांडी कथाकार द्वारा लगातार सात दिनों तक विभिन्न अध्यायों का वाचन निश्चित रूप कराकर धुंधकारी जैसे दुष्कर्म से कष्ट भोग रहे भाई का मोक्ष और कल्याण हुआ, उक्त बातें छुरा ब्लॉक के  ग्राम फुलझर घटारानी में ग्रामवासियों द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा वाचक राधा नंदनी निशा किशोरी ने श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन श्रेताओं को  बताया।

उन्होंने कहा कि कथा में ऋषि कर्दम और देवहुति के गर्भ से कपिल भगवान का अवतार तथा हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष की कथा तथा ऋषि मैत्रेय द्वारा विदूर को यह कथा सुनाया गया। उसी कथा को सुत जी ने अठ्ठासी हजार ऋषियों मुनियों को और राजा परीक्षित को शुकदेव मुनि द्वारा सुनाने के बहुत समय बाद उसके पुत्र राजा जन्मेजय को सुनाया कथा वाचिका राधा किशोरी ने बताई कि सतयुग में कर्दम ऋषि के भक्ति से इतना खुश हुए कि रो पड़े। इससे उनके आंखों से निकले अश्रू की धारा बिंदुसार नदी बन गई। श्रीमद्भागवत का श्रवण करने बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण पहुंच रहे हैं।

कार्यक्रम में सभी ग्रामवासियों का सहयोग मिल रहा है, जिसमें प्रमुख ग्राम पटेल तारण सिंह ठाकुर, सुनिती बाई ध्रुव, संतु राम ध्रुव,  चैतू राम ध्रुव, डीहू राम ध्रुव, हरिश्चंद्र तारक, मानिक राम यादव, ललेसरु राम ध्रुव, देवनाथ ध्रुव, आदि सेवा में जुटी हुई हंै।
कथा प्रसारण समय में बदलाव करते हुए अब दोनों प्रहर में चलेगा।  जिसमें सुबह मूल परायण आरती पश्चात कथा दस बजे से एक बजे मध्यान्ह अल्पावकाश पुन: ढाई बजे से शाम पांच बजे तक होगा।


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