गरियाबंद

बीमा अभिकर्ता की सडक़ हादसे में मौत, पत्नी गंभीर, हाइवा जब्त, चालक फरार
14-Feb-2023 2:28 PM
बीमा अभिकर्ता की सडक़ हादसे में मौत,  पत्नी गंभीर, हाइवा जब्त, चालक फरार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 14 फरवरी।
जिले के वरिष्ठ बीमा अभिकर्ता एवं समाजसेवी जय प्रकाश पात्र की सोमवार सुबह एक सडक़ हादसे में मौत हो गई। पात्र अपने पत्नी के साथ कार से रायपुर जा रहे थे, इसी दौरान नवा रायपुर स्थित निमोरा के समीप उनकी कार हाइवा से टकरा गई। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी को गंभीर चोट आई है जिसे रायपुर मेकाहारा में भर्ती कराया गया। बताया गया कि उनकी स्थिति भी नाजुक बनी हुई है। इधर घटना के बाद से चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस हाइवा जब्त कर घटना की विवेचना कर रही है। 
राखी थाना प्रभारी लक्ष्मी जायसवाल ने बताया कि सडक़ हादसे में बीमा अभिकर्ता जयप्रकाश पात्र की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पत्नी घायल है, जिसका इलाज जारी है। हाइवा चालक फरार हो गया है। उसकी तलाश जारी है। अभनुपर में पोस्टमार्टम के बाद दोपहर तीन बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया।

पुलिस के मुताबिक घटना सुबह करीब 9 बजे की है। गरियाबंद जिला मुख्यालय निवासी एलआईसी बीमा अभिकर्ता जयप्रकाश पात्र अपने कार से गरियाबंद से रायपुर जा रहे थे। उनके साथ उनकी पत्नी भी कार में थी। इस दौरान ग्राम निमोरा- केन्द्री के बीच एक हाइवा को ओव्हरटेक करते समय उनकी कार पीछे हाइवा में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार सामने से पुरी चपट गई। हादसे में कार चालक जयप्रकाश पात्र को चेहरे व सिर में गहरी चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई।
 इधर राहगीरों ने घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी। जिसके बाद हादसे में घायल उनकी पत्नी को तत्काल रायपुर मेकाहारा भेजवाया गया। बताया गया कि हाइवा के अचानक ब्रेक लगाने के कारण ये हादसा हुआ है। 

इधर बीमा अभिकर्ता व समाजसेवी जयप्रकाश पात्र के निधन की सूचना मिलते ही अंचल में शोक की लहर दौड़ गई। पात्र लंबे अर्से से एलआईसी के बीमा अभिकर्ता के रूप में काम कर रहे थे, करोड़पति अभिकर्ता बनने का उपलब्धि भी उन्होंने हासिल की थी। इसके अलावा वे समाजिक और धार्मिक कार्यो में भी अग्रणी रहते थे। देर शाम 4:30 बजे जब उनका शव गरियाबंद पहुॅचा, तो यहां बड़ी संख्या में उनके परिजन, मित्रगण और नगर के गणमान्य नागरिक उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करने निज निवास पहुंचे। शाम 5:30 बजे स्थानीय मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। 

उनके निधन पर बीमा अभिकर्ता संघ, ब्राम्हण समाज सहित गणमान्य नागरिकों ने दुख व्यक्त किया है। 

 


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