दुर्ग

मांगें पूरी नहीं होने पर निविदा बहिष्कार व कामबंद आंदोलन के लिए बाध्य होंगे ठेकेदार
23-Feb-2021 5:48 PM
 मांगें पूरी नहीं होने पर निविदा बहिष्कार व कामबंद आंदोलन  के लिए बाध्य होंगे ठेकेदार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 फरवरी।
गौण खनिजों की रायल्टी में 8 से 10 गुना वृद्धि मामले में शासन द्वारा आश्वासन के बावजूद संशोधन नहीं किए जाने से नाराज ठेकेदारों ने छत्तीसगढ़ रजिस्टर्ड कांट्रेक्टर एसोसिएशन के बैनर तले सोमवार से धरना पर बैठ गए। नाराज ठेकेदार लोक निर्माण विभाग कार्यालय दुर्ग के सामने जुटे और धरना में बैठकर शासन-प्रशासन की हठधर्मिता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह धरना 24 फरवरी तक चलेगा। धरना में ठेकेदारों ने आगामी आंदोलन की रणनीति भी तैयार की है। 

ठेकेदारों ने कहा है कि मामले में जल्द ही शासन द्वारा कोई ठोस पहल नहीं की गई तो ठेकेदार निविदा का बहिष्कार और जरूरत पडऩे पर कामबंद आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

धरना में एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में गौण खनिजों की रायल्टी में 8 से 10 गुना वृद्धि से अब शासकीय व अद्र्ध शासकीय विभागों के निर्माण कार्यों में असर पड़ रहा है। इसका बड़ा कारण रायल्टी संबंधी शासन के नए आदेश ने ठेकेदारों पर आर्थिक भार बढ़ा दिया है। इस वजह से ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने में विलंब हो रहा है। रायल्टी वृद्धि आदेश में संशोधन जरुरी है।  धरना में एसोसिएशन के संरक्षक मनोज अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष राजेश   गुप्ता, प्रचार मंत्री संजय पंडित, कोषाध्यक्ष रवि सिंह, संगठन मंत्री सूरज चंद, ठेकेदार केपी मिश्रा, राजेंद्र सुराना, जितेंद्र जैन,  कुमार जसवानी, घनश्याम देवांगन, मुन्ना कश्यप, प्रदीप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में ठेकेदार शामिल हुए।
 


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