दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 26 दिसंबर। खरीदी के अनुरूप उठाव नहीं होंने से उपार्जन केन्द्रों में 20 लाख3 हजार क्विंटल से अधिक धान जाम हो गया है। जिले के 102 में से 71 उपार्जन केन्द्रो में बफर लिमिट से अधिक जाम हैं जहाँ उठाव में जल्द गति नहीं आने पर जाम धान के कारण खरीदी प्रभावित हो सकती है।
जानकारी के अनुसार जारी खरीफ वर्ष में 87 सहकारी समिति अंतर्गत 102 उपार्जन केन्द्रों में 113485 किसान समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए पंजीकृत है। इनसे 61 लाख 64 हजार क्विंटल धान खरीदी का अनुमान है अब तक 46462 किसानो से 24 लाख 57 हजार 612 क्विंटल धान खरीदी हो चुकी है। इनमें 641636 क्विंटल का डीओ जारी हो चुका है। इसके विरुद्ध अब 454532 क्विंटल का उठाव हो पाया है। अर्थात कुल खरीदी का मात्र 18.49 प्रतिशत ही उठाव हुआ है। अभी उपार्जन केन्द्रों से 20 लाख 3 हजार 80 क्विंटल धान का उठाव शेष है।
ग्राम चंगोरी के कृषक तुलसी राम देशमुख का कहना है कि न तो समितियों में प्रतिदिन धान खरीदी पर्याप्त लिमिट बढ़ा रही है और न ही सही ढंग से धान उठाव की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब पहले से खरीदी तय है तो इसके अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित किया जाना चाहिए अभी भी 60 प्रतिशत धान खरीदी बाकी है और उठाव के अभाव में थनौद उपार्जन केन्द्र में किसानो द्वारा लाए जा रहे धान को रखने पर्याप्त जगह है। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में किसान व समिति क्या करे जब शासन प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है।
डीएमओ राहुल कुमार का कहना है कि पूर्व में पिछले साल मिलर्स द्वारा कस्टम मिलिंग के लिए उठाव किए गए धान का 70 प्रतिशत से अधिक चावल जमा करने वाले मिलर्स का ही पंजीयन हो पाया था इससे पंजीयन कम थी अब 50 प्रतिशत तक चावल जमा कर चुके मिलर्स का भी पंजीयन किया जा रहा है।
इसके बाद पंजीयन बढ़ा है और 113 मिलर्स का पंजीयन हो गया है। उपार्जन केन्द्रों से धान उठाव में गति लाने प्रयास किया जा रहा है संग्रहण केन्द्रों में भी तैयारी पूरी कर ली गई जैसे ही शासन का निर्देश आएगा संग्रहण केन्द्र में भी परिवहन शुरू कर दिया जाएगा।


