दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 नवंबर। शासकीय नवीन महाविद्यालय बोरी के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान से महाविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य न केवल शिक्षा प्रदान करना बल्कि इस प्रतिस्पर्धा के माहौल में आवश्यक कौशल हासिल करना एवं विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाना भी है । ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से मुख्य वक्ता गुलशन सिंह , निर्देशक दुर्ग शाखा थे । ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण संथान में स्वरोजगार के लिए 60 से अधिक कार्यक्रम उपलब्ध है। उन्होंने छात्रों के साथ साझा किया कि संस्थान सभी छात्रों के लिए भोजन के साथ आवासीय पाठ्यक्रम बिल्कुल निशुल्क प्रदान करता है। इन पाठ्यक्रमों में मोबाइल रिपेयरिंग, सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉलेशन, कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग, कंप्यूटर अकाउंटिंग, ब्यूटी पार्लर, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी, मशरुम उत्पादन, डेयरी फार्मिंग और कई अन्य रोजगार आधारित पाठ्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न छात्र - छात्राओं ने स्वरोजगार पाठ्यक्रम के माध्यम से आवश्यक रोजगार कौशल प्राप्त किए हैं एवं कोर्स पूर्ण होने पर वर्तमान में स्वयं का सेटअप भी शुरू कर दिया हैं।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. क़मर तलत ने सभी महाविद्यालय के छात्रों के लिए रोजगार आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन के लिए प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल को बधाई दी है जो सभी छात्रों को भविष्य में लाभ प्रदान करता है। पूरे कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन रसायन विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. मीना चक्रवर्ती ने किया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करने के लिए संसद प्रतिनिधि श्री ज्ञान यादव भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से नारायण यादव, मनीष यादव तथा महाविद्यालय के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल के सदस्य डॉ. समीर जायसवाल, भगवत कुर्रे एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक उपस्थित थे।


