दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अगस्त। जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में पर्यूषण पर्व की धार्मिक आराधना प्रारंभ हो गई है। जो 27 अगस्त को सांवत्सरिक प्रतिक्रमण कर 28 अगस्त को सामूहिक क्षमा वाणी के आयोजनों के साथ पूर्ण होगी। आठ दिवसीय प्रवचन श्रृंखला अलग-अलग 8 विषयों पर आधारित होगी।
प्रतिदिन प्रवचन 8.15 बजे से प्रारंभ होकर 10 बजे तक प्रवचन श्रृंखला चलेगी। जिसमें अंतगढ़ सूत्र का वाचन भी साध्वी समुदाय द्वारा होगा। प्रतिदिन दोपहर को कल्पसूत्र का वाचन एवं अनेक धार्मिक ज्ञान ध्यान से परिपूर्ण प्रतियोगिताओं का आयोजन भी साथ होगा जिसमें श्रमण संघ महिला मंडल की सदस्य इस आयोजन में सहयोग करेगी। प्रतिदिन प्रवचन सभा में पुरुष वर्ग सफेद परिधान तथा महिला वर्ग अलग-अलग साडिय़ों के कलर के साथ धर्म सभा की शान बढ़ाएंगे।
पर्यूषण मिटाए प्रदूषण, भादवे में जागे भद्रता, तपस्या से मिटे समस्या, महावीर जन्मोत्सव प्रगटा जिन शासन का सितारा, जैन धर्म और आधुनिक विज्ञान आत्म शुद्धि का उपाय, नारी विकास की धुरी सामूहिक क्षमापना के आयोजनों के साथ पर्यूषण पर्व का समापन होगा। जय आनंद मधुकर रतन भवन में प्रतिदिन प्रात: 7 बजे से संध्या 4 बजे तक नवपद जी का जाप अनुष्ठान तथा दिनभर श्रावक श्राविकाओं की धार्मिक आराधना तथा रात्रि में प्रतिक्रमण एवं आचार्य सम्राट जयमल महाराज का चमत्कारी जाप पर्यूषण पर्व के आठ दिनों तक लगातार चलेगा। सुषमा सुराणा, कोपल कोटेचा, युक्ती भंडारी, प्रीति छाजेड़, निधि देशलहरा, रायसोनी ने साध्वी श्री के मुखारविंद से पचखाण ग्रहण कर मासक्षमण की तपस्या को निर्विघ्नम संपन्न किया।


