दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 अप्रैल। जल संरक्षण के लिए जिले में भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत भूमि संसाधन विभाग के तत्वावधान में वाटरशेड यात्रा निकाली जा रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत वाटर शेड घटक में जनभागीदारी बढ़ाने कवायद के तहत यह किया जा रहा है ताकि जल व भूमि के संसाधनों के संरक्षण और सतत् उपयोग को बढ़ावा दिया जा सके।
जानकारी के अनुसार दुर्ग विकासखंड ढाबा नाला एवं पाटन विकासखंड के कुर्मीगुण्डरा नाला अंतर्गत वाटरशेड वेन के माध्यम से जलग्रहण क्षेत्रों का विकास, वर्षा जल संचयन, कृषि उत्पादकता में वृद्धि के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के उद्देश्य से वाटरशेड यात्रा निकाली गई जो जिले के दुर्ग विकासखंड के ग्राम गनियारी एवं पाटन विकासखंड के ग्राम कुम्हली पहुंचा। वेन में ग्रामवासियों के समक्ष एलईडी के माध्यम से जल संरक्षण पर आधारित चलचित्रों का ऑडियो एवं विडियो प्रदर्शन किया गया। स्कूली बच्चों व ग्रामवासियों ने रैली निकालकर जल है तो कल है, जल ही जीवन है आदि का नारा लगाते हुए तालाब की सफाई कर श्रमदान किया एवं साथ ही वृक्षारोपण एवं नवीन स्वीकृत कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
पानी की पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन कर ग्रामवासियों को जल संरक्षण विषय पर उप संचालक कृषि सह परियोजना प्रबंधक संदीप कुमार भोई, परियोजना अधिकारी एस.के. बेहरा एवं परियोजना अधिकारी एस.के. कोर्राम एवं सुरेन्द्र सिंह तकनीकी विशेषज्ञ आई.पी. नाग, दिनेश कुमार, गोपाल चंद्रवशी, विमल सोनकर, श्रद्धा विश्वकर्मा द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर जल संरक्षण के संबंध में रंगोली एवं प्रश्नोत्तरी का आयोजन ग्राम गनियारी में कराया गया।
रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम रितीका एवं रेश्मी, द्वितीय चेतना एवं वेदिका साहू, तृतीय- कुसुमलता साहू ने स्थान प्राप्त किए। इसी प्रकार प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम प्रेम साहू, द्वितीय-नंद कुमार साहू एवं तृतीय स्थान केवल राम साहू ने प्राप्त किए। सभी विजयी प्रतिभागियों को जिला पंचायत सदस्य प्रिया साहू, जनपद सदस्य मिलन्तीन ठाकुर, सरपंच संतोषी साहू, उप सरपंच कीर्तिन साहू एवं पूर्व सरपंच रोहित साहू द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान ग्रामवासियों को जल संरक्षण एवं जल महत्व की जल शपथ दिलाई गई।