दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। ग्राम पंचायत सचिवों ने मोदी की गारंटी पूरी नहीं होने पर अब जंतर मंतर दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। शासन की चेतावनी का हड़ताली पंचायत सचिवों में कोई असर नहीं हो रहा है बल्कि बैठक कर आंदोलन को गति देने आगामी रणनीति तैयार की है।
प्रदेश पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष महेन्द्र साहू एवं ब्लाक अध्यक्ष निमेश भोयर का कहना है कि विधानसभा चुनाव वर्ष 2023-24 में हुये चुनाव में मोदी की गांरटी में पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने का वादा किया गया है, पंचायत सचिवों को शासकीयकरण की गांरटी दी गई है। पंचायत सचिव विगत 30 वर्षों से पंचायतों मे सेवारत है। गांरटी को पुर्ण किये जाने के संबध में 7 जुलाई 2024 को इन्डोर स्टेडियम रायपुर के सभागार सचिवों के शासकीयकरण को अति आवश्यक मानते हुये शीघ्र ही शासकीयकरण करने का भरोसा देते हुए मुख्यमंत्री द्वारा मोदी की गांरटी को पूरा करने हेतु तत्काल कमेटी गठन करने की घोषणा कर शासकीयकरण करने का विश्वास दिलाया था।
मुख्यमंत्री के घोषणा अनुरूप 16 जुलाई 2024 को पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग द्वारा समिति गठन कर 30 दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु उल्लेख किया गया था। उक्त आदेश के परिपालन में कमेटी द्वारा पंचायत सचिवों के शासकीयकरण के संबध में प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया गया है। जिस पर पंचायत सचिवों को पूर्ण आशा एवं विश्वास था कि रिपोर्ट अनुसार बजट सत्र में शासकीयकरण का सौगात प्रदान किया जायेगा। किन्तु बजट सत्र में नहीं आने एवं इस विषय पर सरकार द्वारा कोई पहल नहीं करने के कारण पूरे प्रदेश के पंचायत सचिव क्षुब्ध एवं आक्रोशित है। इसलिये प्रदेश पंचायत सचिव संघ द्वारा 17 मार्च को प्रदेश के समस्त सचिवों द्वारा ब्लाक मुख्यालय में अनिश्चित कालिन हडताल पर है। जिस पर शासन प्रशासन द्वारा हड़ताल अवधि के मध्य पुन: पंचायत सचिवों को छले जाने का प्रयास करते हुए पुन: समिति का गठन कर दिया गया है, जिसमें समय सीमा का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है। जिससे पंचायत सचिव असंतुष्ट एंव आक्रोशित है।
हड़ताली पंचायत सचिवों ने बैठक में आंदोलन को गति देते हुए मंत्रालय घेराव को स्थगित कर अब सीधे 20 अप्रैल को दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया है जहां वे 21 अप्रैल से मांग पूरा होने तक जंतर-मंतर मैदान, दिल्ली में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। शासकीयकरण किये जाने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखते हुये जनपद स्तर पर हडताल 6 अप्रैल तक धरना प्रदर्शन करेंगे। 7 अप्रैल को जिला स्तर पर रैली निकाल कर कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। 8 को जनपद स्तर पर नगाड़ा बजाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। 9 को जनपद स्तर पर रामायण गान कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
10 को जनपद स्तर पर हड़ताल पंडाल में महावीर जंयती मनाया जाएगा। 11 को जनपद स्तर पर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू करेंगे। 12 को जनपद स्तर पर सरकार को सद्बुद्धि हेतु हनुमान चालीसा पाठ करेंगे। 13 को भूख हड़ताल एवं 14 अप्रैल को जनपद स्तर पर हडताल परिसर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती मनाएंगे। फिर 15 से 19 अप्रैल तक जनपद स्तर पर क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे।