दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा 8 दिसंबर। दंतेवाड़ा में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के 13वें चरण का जिले के विकासखंड कटेकल्याण के बस स्टैंड परिसर से सोमवार को शुरुआत की गई। अभियान के तहत 8 से 31 दिसंबर तक ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य अमला घर-घर पहुंचकर प्रत्येक व्यक्ति का मलेरिया टेस्ट करेगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मलेरिया से बचाव और जागरूकता संबंधी जानकारी भी आमजन को प्रदान की जाएगी, ताकि जिले को पूर्णत: मलेरिया मुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक चैतराम अटामी ने कहा कि मलेरिया एक गंभीर बीमारी है, इसे हल्के में लेने की गलती बिलकुल नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मलेरिया संक्रमण मुख्य रूप से गंदे एवं ठहरे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों से फैलता है। इसलिए हमें अपने घरों और आसपास सफाई बनाए रखने, पानी जमा न होने देने और पीने के पानी को हमेशा उबालकर या फिल्टर कर ही उपयोग करने की आदत डालनी होगी।
उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह करते हुए कहा कि बाहर का अस्वच्छ खाना-पान बीमारी को बढ़ाता है, इसलिए स्वच्छ भोजन करें, पोषक आहार लें और मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय अपनाएं। उन्होंने सभी को मच्छरदानी के उपयोग, समय-समय पर मलेरिया जांच कराने तथा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पूर्ण पालन करने की अपील की।
विधायक श्री अटामी ने कहा कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है, यदि हम स्वयं जागरूक और सावधान रहें, तो किसी भी बीमारी को हम आसानी से मात दे सकते हैं। उन्होंने लोगों को स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान में सक्रिय सहयोग देने और एक-दूसरे को जागरूक करने का भी संदेश दिया।


