राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 12 जनवरी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज नारायणपुर में रामकृष्ण मिशन आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव सहयोग कर रही है। युवाओं की अच्छी शिक्षा के लिए नारायणपुर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन आश्रम संचालित किए जा रहे हैं, जहां शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और समाज के उत्थान के कार्य हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी कुशाग्र बुद्धि से भारतीय दर्शन और संस्कृति को देश-विदेश में प्रतिष्ठित किया। उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 9 सितम्बर 1893 में शिकागो की धर्मसभा में जो संबोधन दिया, वह अविस्मरणीय है। वन मंत्री केदार कश्यप और रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद जी महाराज भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा क्षेत्र में संचालित की जा रहीं विभिन्न गतिविधियां और सामाजिक उत्थान के कार्य अनुकरणीय है। बच्चों को शिक्षा के साथ आत्मनिर्भर बनाने कलात्मक दृष्टि से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बच्चों और युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि असफलता से कभी निराश होने की जरूरत नहीं है। युवाओं को सकारात्मक ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास के साथ भयमुक्त होकर आगे बढऩा चाहिए।
वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि युवा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन का अनुसरण कर अपने जीवन को सफल बनाएं। मनुष्य के दिल में देश और मातृभूमि के प्रति हमेशा सम्मान की भावना होनी चाहिए। परिश्रम ही अच्छा जीवन प्राप्त करने का साधन है। उन्होंने भगवान बिरसा मुण्डा और स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र करते हुए उनके बताए मार्गों पर चलकर समाज को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद जी महाराज ने कार्यक्रम में कहा कि आज पूरा देश युवाओं के साथ खड़ा है। नारायणपुर में रामकृष्ण मिशन 1984 से काम कर रहा है। अबूझमाड़ के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए इस आश्रम की स्थापना हुई है।
यहां के बच्चे आश्रम में पढ़ाई कर सफल होकर समाज में अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, जिला पंचायत के सीईओ वासु जैन और स्वामी अनुभवानंद सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
नारायणपुर, 11 जनवरी। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए चार आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) निष्क्रिय कर दिए गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम ने कोहकामेटा थाना क्षेत्र में कच्चापाल-टोके मार्ग पर शुक्रवार दोपहर चार आईईडी बरामद किए। उन्होंने बताया कि प्रत्येक आईईडी का वजन पांच किलोग्राम था और बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) ने इन्हें निष्क्रिय कर दिया।
अधिकारी के अनुसार, नक्सलियों ने शुक्रवार सुबह इसी क्षेत्र में आईईडी विस्फोट किया था, जिसमें एक मवेशी घायल हो गया था और दो ग्रामीण बाल-बाल बच गए थे।
उन्होंने बताया कि कोहकामेटा क्षेत्र में 20 दिसंबर को हुए आईईडी विस्फोट में डीआरजी के दो जवान घायल हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक, नक्सली बस्तर के अंदरूनी इलाकों में गश्त करने वाले सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए जंगल में सडक़ों और कच्ची पगडंडियों के किनारे अक्सर आईईडी लगाते हैं।
अतीत में कई बार नागरिक इन विस्फोटक उपकरणों की चपेट में आ चुके हैं। बस्तर क्षेत्र में नारायणपुर सहित सात जिले आते हैं।
नारायणपुर के ओरछा थाना क्षेत्र के कुरुषनार गांव में शुक्रवार को एक आईईडी में हुए विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे।
बीजापुर जिले में नक्सलियों ने छह जनवरी को एक वाहन को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उड़ा दिया था, जिसमें जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के आठ जवान और एक चालक की मौत हो गई थी।
सुकमा जिले में नौ जनवरी को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए थे। (भाषा)
महिलाओं को प्रसव अस्पताल में कराने की समझाईश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 10 जनवरी। नियद नेल्ला नार योजना अंतर्गत संचालित किये जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं का कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा सुदूरवर्ती गांव कच्चापाल पहुंचकर निरीक्षण किया गया। उन्होंने ग्राम वासियों का घोटुल में शिविर लगाकर बारी-बारी से सभी सदस्यों की जानकारी लेकर शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करने के निर्देश उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बैंक पासबुक, महतारी वंदन, जाति प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाण पत्र के संबंध में जानकारी लेकर जिन हितग्राहियों का नहीं बना है उनका एक सप्ताह के भीतर बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
ग्राम कच्चापाल में 27 परिवार हैं, जिनकी जनसंख्या 137 है। कलेक्टर ने ग्राम कच्चापाल में सडक़, पुल पुलिया, नल जल योजना, आधार कार्ड, राशन कार्ड बनाकर सभी परिवारों को चावल उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने शिविर में महिलाओं से चर्चा करते हुए कहा कि पढ़े-लिखे होने का लाभ उठाते हुए गांव को विकास की ओर बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएं। कलेक्टर ममगाईं ने सभी ग्रामीणों से कहा कि अपने बच्चों को शिक्षित करें और गांव के विकास में सहभागिता बनाएं। उन्होंने शिविर में गांव के नवयुवकों को रोजगार से जोडऩे के लिए सब्जी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने उद्यानिकी विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया। कलेक्टर प्रतिष्ठा ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गांव के पढ़े-लिखे महिलाओं को शिक्षादूत के कार्य से जोडें़ ताकि गांव के बच्चों को शिक्षित बनाने में अपनी योगदान दे सकें। उनहोंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीणों का सर्वे कर ग्रामीणों को उल्लास योजना के तहत् पढ़ाई करवाएं।
उन्होंने उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने-अपने विभागीय योजनाओं को शत प्रतिशत लागू करने के लिए निर्देशित किया। शिविर के पश्चात कलेक्टर ममगाई ने इंद्रावती स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा जनदर्शन में किये गये मांग को पूरा करते हुए उनके गांव पहुंच कर मिनी राईस मिल का शुभारंभ किया। शिविर में ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत भवन, उप स्थ्वास्थ्य केन्द्र, खेल मैदान, क्रिकेट, व्हालीबाल और फुटबाल किट सामग्री प्रदाय करने की मांग की गई, उनके मांग को कलेक्टर एसपी ने शीघ्र पूरा करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने ग्राम के नवयुवकों को सवारी गाड़ी खरीदने के लिए प्रेरित किया। शिविर के पश्चात् कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ग्राम कच्चापाल का भ्रमण कर गांव का अवलोकन किया। निरीक्षण के पश्चात् कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्र और रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विद्यामंदिर का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वासु जैन, एसडीएम अभयजीत मण्डावी, सहायक आयुक्त डॉ. राजेंद्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद, सीएमएचओ डॉ. एस. एस. राज, जनपद सीईओ लोकेश चतुर्वेदी सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
किसानों से बारदाने और टोकन की ली जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 8 जनवरी। राज्य शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर जिले में 17 धान खरीदी केन्द्र बनाया गया है, जहां पर सुचारू रूप से धान खरीदी की जा रही है। कलेक्टर प्रतिष्ठ ममगाईं ने धान खरीदी केन्द्र गढ़बेंगाल और बाकुलवाही का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने धान बेचने आए कृषकों से चर्चा करते हुए धान खरीदी केंद्र में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।
उन्होंने कृषकों से सोसायटी में बारदाने की उपलब्धता, धान की गुणवत्ता, टोकन काटने की प्रक्रिया और किसानों को दी जानी वाली भुगतान की जानकारी ली और बारदाना गोदाम, धान बोरे की स्टेकिंग, ड्रेनेज और पेयजल की व्यवस्था संबंधी जानकारी लेते हुए सभी व्यवस्थाए दुरूस्त करने के निर्देश दिये। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य 14 नवंबर से प्रारंभ हो गया है।
कलेक्टर ने गढ़बेंगाल धान खरीदी केन्द्र में धान बेचने आए गरावंड़ के किसान धनीराम उईके से धान उत्पादन संबंधी जानकारी लेते हुए ऋण लेने सहित बारदाने के बारे में विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर के द्वारा किसान धनीराम के धान का सॉफ्टवेयर में अपलोड करने का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने धान उपार्जन केन्द्र में धान बेचने आए कृषकों से चर्चा करते हुए धान खरीदी हेतु की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी लिया। गढ़बेंगाल धान खरीदी केन्द्र में 873 किसान पंजीकृत हैं, उनमें से 663 किसानों ने अब तक धान की बिक्री किये हैं। अब तक किसानों से 32125.20 क्विंटल धान की खरीदी की गई है, जिसमें से खरीदी केन्द्र से 13460 क्विंटल धान का उठाव किया गया है। आज 26 किसानों को टोकन दिया गया है, वे धान का विक्रय करेंगे। कलेक्टर ने से धान उठाव के संबंध में हमालो की जानकारी ली खरीदी केन्द्र प्रभारी ने बताया की 12 हमाल की व्यवस्था किया गया है।
कलेक्टर ने गढ़बेंगाल धान खरीदी केन्द्र के निरीक्षण पश्चात् खरीदी केन्द्र बाकुलवाही धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान खरीदी केन्द्र में नमी मापक यंत्र से किसानो के धान को नमी का जांच किया गया। कलेक्टर ने धान बेचने आए ग्राम गुमियापाल के किसान बलदेव से चर्चा करते हुए बारदाने के बारे में पूछा और प्रधानमंत्री आवास बनाए जाने के संबंध में जानकारी ली। बाकुलवाही धान खरीदी केन्द्र में 959 किसान पंजीकृत हैं, उनमें से 597 किसानों ने अब तक धान की बिक्री किए हैं। अब तक किसानों से 25820.40 क्विंटन धान की खरीदी की गई है, जिसमें से खरीदी केन्द्र से 7097.97 क्विंटल धान का उठाव किया गया है।
पोषण पुनर्वास केंद्र में भोजन की गुणवत्ता पर चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 8 जनवरी। स्वर्गीय बद्रीनाथ बघेल जिला चिकित्सालय का कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नर्सिंग स्टेशन, मरीज परीक्षण कक्ष, महिला मेडिकल कक्ष, आपातकालीन कक्ष, आईसीयू कक्ष, डिलीवरी कक्ष, बाल चिकित्सा वार्ड, एनआरसी, गहन नवजात शिशु सुरक्षा इकाई, आइसोलेशन कक्ष, सर्जरी कक्ष, पुरुष सर्जिकल वार्ड, ब्लड बैंक कक्ष, एक्स-रे कक्ष, बेसिक टेस्ट कक्ष और हमर लैब का अवलोकन किया।
कलेक्टर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से उनके हालचाल पूछे और शीघ्र स्वस्थ होने का भरोसा दिलाया। मरीज गौरीबाई से बातचीत के दौरान बीमारी और अस्पताल में मिलने वाले भोजन की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छोटे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए उनके माता-पिता को गर्म कपड़े उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि जिले में संचालित नियद नेल्लानार योजना के तहत शिविर आयोजित कर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर शत-प्रतिशत इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य जांच कक्ष के चिकित्सकों से जानकारी ली, जहां बताया गया कि माह में 56 से अधिक मरीजों की जांच की जाती है।
आईसीयू कक्ष में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कीमोग्राफी से संबंधित जानकारी ली। चिकित्सकों ने बताया कि कुछ विशेष जांचें अस्पताल में उपलब्ध नहीं होने के कारण बाहर करानी पड़ती हैं, जिसके लिए मरीजों को सहयोग दिया जाता है। नर्सिंग स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने हालिया डिलीवरी का ब्यौरा लिया, जिसमें बताया गया कि 26 से अधिक माताओं की सफल डिलीवरी कराई गई है।
आइसोलेशन कक्ष के लिए रास्ता बनाने हेतु कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ को एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए। बाल चिकित्सा वार्ड में मरीज दसरूराम वडडे से बातचीत कर बीमारी और भोजन की गुणवत्ता पर चर्चा की। पोषण पुनर्वास केंद्र के निरीक्षण में पता चला कि वहां 10 बच्चे भर्ती हैं। कलेक्टर ने बच्चों की माताओं से पौष्टिक भोजन और केंद्र की सुविधाओं की जानकारी ली। हमर लैब के निरीक्षण में मरीजों को दी जाने वाली दवाइयों की जानकारी प्राप्त की। एक्स-रे कक्ष के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को बताया गया कि प्रतिदिन 35-40 लोगों के एक्स-रे किए जाते हैं।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वासु जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एस. राज, सिविल सर्जन डॉ. विनोद भोयर, डीपीएम राजीव कुमार सिंह बघेल सहित अन्य चिकित्सक और अस्पताल कर्मचारी मौजूद थे।
पहली बार भाजपा संगठन की कमान महिला के हाथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 जनवरी। जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन में एक नए युग की शुरुआत हुई है। पहली बार, भाजपा संगठन की कमान एक महिला के हाथ में सौंपी गई है। छोटेडोंगर की संध्या पवार को नारायणपुर भाजपा जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।
भाजपा ने आगामी चुनाव के मद्देनजर हल्बा समाज की आदिवासी महिला को कमान सौंप का जातिगत समीकरण और क्षेत्र की राजनीतिक समीकरण को साधने का प्रयास किया है।
संध्या पवार ने पहले भी संगठन में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। वह महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष और प्रदेश कार्य समिति सदस्य रह चुकी हैं। इसके अलावा, वह जिला पंचायत सदस्य के तौर पर भी चयनित हो चुकी हैं। नारायणपुर जिले में महिलाओं का बोलबाला है। कुछ दिन पहले ही, महिला कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगई को नारायणपुर जिले का कलेक्टर बनाया गया था।
नव निर्वाचित जिला अध्यक्ष संध्या पवार ने कहा कि कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ महिला होने से विकास कार्यों को पहुंचाने में आसानी होगी। भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। उन्होंने मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। संध्या पवार के नेतृत्व में भाजपा संगठन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की उम्मीद है।
नारायणपुर, 6 जनवरी। कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने नगर के भ्रमण कर शहर की साफ सफाई की अवलोकन करते हुए बंधुवा तालाब, एस.एल.आर.एम. केंद्र और नया बस स्टैण्ड का निरीक्षण कर साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश नगर पालिका के सीएमओ को दिए। उन्होंने सबसे पहले कुम्हारपारा में स्थित कचरा एस.एल.आर.एम. केंद्र का निरीक्षण कर कचरा संग्रहण करने वाले दीदीयों से साफ-सफाई की जायजा लेते हुए कचरा से इक_ा किए गए सामग्रियों की जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि 19 महिलाएं तीन गाडिय़ों के साथ कार्य करते हैं दीदियों ने बताया कि प्रतिदिन कचरा इक_ा करते हैं, नगर से लगभग प्रतिदिन 5 टन कचरा इक_ा हो जाता है, जिसमें प्लास्टिक, सीसी बोतल, गद्दा इत्यादि की जानकारी दी। कलेक्टर ममगाईं ने कचरा सेंटर में पंजी संधारण, कबाड़ की बेची गई राशि की जानकारी ली और समूह के सदस्यों को मानदेय दिए जाने संबंधी जानकारी ली गई। दीदियों की उपस्थिति के बारे में जानकारी लेकर गीला कचरा सूखा कचरा संबंधी जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कचरा एस.एल.आर.एम. केंद्र का निरीक्षण पश्चात बंधुवा तालाब का निरीक्षण किया, बंधुवा तालाब 6 करोड़ 4 लाख रूपये से निर्मित किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए तालाब में घाट निर्माण, रिटर्निंग वॉल स्ट्रीट लाइट सहित पेवार ब्लॉक के कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से जानकारी लेते हुए सडक़ में बनाए गए डिवाइडर और तालाब में आने वाली पानी के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने तालाब के पानी का उपयोग किन-किन त्योहारों और कार्यों में किए जाते हैं?
सीएमओ ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय त्यौहार मेला मड़ई और साप्ताहिक बाजार के दिनों में तालाब का पानी का उपयोग किया जाता है। कलेक्टर ने नया बस स्टैंड का निरीक्षण करते हुए बस स्टैंड का सौंदर्यीकरण कार्य 25 लाख रुपए में स्वीकृति की गई है जिसे शीघ्र ही कार्य पूर्णं कराने के निर्देश दिए।
बस स्टैण्ड में 40 लाख रुपए से निर्मित किए जाने वाली 14 नग काम्पलेक्स के कार्य को शीघ्र प्रारंभ कराने निर्देशित किए।
कलेक्टर ममगाईं ने नया बस स्टैण्ड में सार्वजनिक सुलभ शौचालय का निरीक्षण कर शौचालय का साफ-सफाई और विद्युतीकरण कार्य दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। उनके द्वारा सुलभ शौचालय में उपयोग करने वालों की संख्यात्मक जानकारी लेते हुए नगर की साफ-सफाई कराने निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी आशीष कोर्राम, सब इंजीनियर बसंत कुमार कुंजाम मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 जनवरी। जिला एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में अबूझमाड मैराथन अंतर्गत मिनी मैराथन 5 किमी दौड़ का आयोजन किया गया। प्रमोशनल दौड़ में 1 से 5 वां स्थान प्राप्त करने वाले पांच पुरुष और पांच महिला वर्ग के विजेताओं को 5-5 हजार रुपये पुरस्कार वितरण किया गया। अबूझमाड़ मैराथन का द्वितीय प्रमोशनल 10 किमी दौड़ का रविवार 19 जनवरी 2025 को प्रात: 5 बजे हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से आरंभ किया जायेगा माड़वासियों से प्रमोशनल दौड़ में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
मैराथन दौड़ में जिला नारायणपुर के अतिरिक्त आसपास के सरहदी जिलों से भी धावक शामिल हुए थे। मैराथन में लगभग 500 से अधिक संख्या में धावक भाग लिये थे। उक्त प्रमोशनल दौड़ में भाग लेने वाले धावक गण काफी उत्साहित एवं आनंदित थे। सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, पंकज जैन विभिन्न राजनैतिक दलों के पदाधिकारी, व्यापारी संघ, सामाजिक पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीएफओ सशिगानंदन, अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, एडिशन एसपी सुशील कुमार नायक, ऐश्वर्य चन्द्राकर, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में 5 किमी प्रमोशनल दौड़ में भाग लेने वाले धावकों को हरी झण्डी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया गया।
प्रमोशनल दौड़ के शुभारंभ के दौरान सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा धावको को बताया गया कि फरवरी 2025 को बहुप्रतीक्षित अबूझमाड़ हॉफ मैराथन दौड़ में देश-विदेश एवं अन्य राज्यों सें प्रतिभागी आयेंगे जो बस्तर वासियों तथा देश-विदेश से आने वाले धावकों को दिये जाने वाली पुरस्कार राशि में समानता रखी जायेगी। ईनाम राशियों में किसी प्रकार से कोई भिन्नता नहीं होगी।
फरवरी 2025 को होने वाले ‘अबूझमाड़ हॉफ मैराथन’ में बस्तर अंचल एवं स्थानीय अंदरूनी माड़ क्षेत्र से अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभागियों को भाग लेने की अपील किया गया। साथ ही यह भी कहा गया कि मान्यता प्राप्त सफल मैराथनों की सूची में अबूझमाड़ मैराथन को भी स्थान दिलाये जाने का पूरा प्रयास रहेगा। मैंराथन दौड़ का रूट चार्ट हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से प्रारंभ होकर शहर के सुभाष चौक, सोनपुर रोड, चांदनी चौक, जगदीश मंदिर, बखरूपारा, जय स्तंभ चौक, पुराना बस स्टैंड चौक से होते हुए वापस हाई स्कूल ग्राउण्ड पहुंचे। दौड़ में धावकों के अलावा स्कूली छात्र-छात्राए, जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय ग्रामीण सहित अन्य गणमान्य नागरिकगण भाग लिये थे। मिनी मैराथन में युवाओं ने अपना दमखम दिखाया।
जिला एवं पुलिस प्रशासन के तत्वावधान में अबूझमाड़ पीस मैराथन 2025 के अंतर्गत आयोजित 5 किमी मिनी मैराथन में पुरुष और महिला वर्ग के प्रथम पांच-पांच विजेताओं कुल 10 विजेताओं को 5-5 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
पुरुष वर्ग विजेता- तिजू पुजारी निवासी सोनपुर 16:27 मिनट, लक्ष्मण पोयाम निवासी ओरछा 16:48 मिनट, बिरसिंह सलाम निवासी भैसगांव 16:51 मिनट, भुनेश्वर यादव निवासी केरलापाल 16:53 मिनट, रामपत वड्डडे निवासी कोरेंडा 16:56 मिनट।
महिला वर्ग विजेता- सोनदई गोटा निवासी नयानार 19:37 मिनट, रीना उइके निवासी कापसी 19:49 मिनट, भूमिका देवांगन निवासी नारायणपुर 20:10 मिनट, कुंती गोटा निवासी कटुलनार 21:12 मिनट, हर्षिता नाग निवासी नारायणपुर 21:13 मिनट।
अबूझमाड़ मैराथन का द्वितीय प्रमोशनल 10 किमी दौड़ का रविवार 19 जनवरी को प्रात: 5 बजे हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से आरंभ किया जायेगा। माड़वासियों, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधि/कर्म., पत्रकारगण, गणमान्य नागरिकगण को उक्त प्रमोशनल दौड़ में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 जनवरी। जिला एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में अबूझमाड मैराथन अंतर्गत मिनी मैराथन 5 किमी दौड़ का आयोजन किया गया। प्रमोशनल दौड़ में 1 से 5 वां स्थान प्राप्त करने वाले पांच पुरुष और पांच महिला वर्ग के विजेताओं को 5-5 हजार रुपये पुरस्कार वितरण किया गया। अबूझमाड़ मैराथन का द्वितीय प्रमोशनल 10 किमी दौड़ का रविवार 19 जनवरी 2025 को प्रात: 5 बजे हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से आरंभ किया जायेगा माड़वासियों से प्रमोशनल दौड़ में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
मैराथन दौड़ में जिला नारायणपुर के अतिरिक्त आसपास के सरहदी जिलों से भी धावक शामिल हुए थे। मैराथन में लगभग 500 से अधिक संख्या में धावक भाग लिये थे। उक्त प्रमोशनल दौड़ में भाग लेने वाले धावक गण काफी उत्साहित एवं आनंदित थे। सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, पंकज जैन विभिन्न राजनैतिक दलों के पदाधिकारी, व्यापारी संघ, सामाजिक पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीएफओ सशिगानंदन, अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, एडिशन एसपी सुशील कुमार नायक, ऐश्वर्य चन्द्राकर, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में 5 किमी प्रमोशनल दौड़ में भाग लेने वाले धावकों को हरी झण्डी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया गया।
प्रमोशनल दौड़ के शुभारंभ के दौरान सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा धावको को बताया गया कि फरवरी 2025 को बहुप्रतीक्षित अबूझमाड़ हॉफ मैराथन दौड़ में देश-विदेश एवं अन्य राज्यों सें प्रतिभागी आयेंगे जो बस्तर वासियों तथा देश-विदेश से आने वाले धावकों को दिये जाने वाली पुरस्कार राशि में समानता रखी जायेगी। ईनाम राशियों में किसी प्रकार से कोई भिन्नता नहीं होगी।
फरवरी 2025 को होने वाले ‘अबूझमाड़ हॉफ मैराथन’ में बस्तर अंचल एवं स्थानीय अंदरूनी माड़ क्षेत्र से अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभागियों को भाग लेने की अपील किया गया। साथ ही यह भी कहा गया कि मान्यता प्राप्त सफल मैराथनों की सूची में अबूझमाड़ मैराथन को भी स्थान दिलाये जाने का पूरा प्रयास रहेगा। मैंराथन दौड़ का रूट चार्ट हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से प्रारंभ होकर शहर के सुभाष चौक, सोनपुर रोड, चांदनी चौक, जगदीश मंदिर, बखरूपारा, जय स्तंभ चौक, पुराना बस स्टैंड चौक से होते हुए वापस हाई स्कूल ग्राउण्ड पहुंचे। दौड़ में धावकों के अलावा स्कूली छात्र-छात्राए, जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय ग्रामीण सहित अन्य गणमान्य नागरिकगण भाग लिये थे। मिनी मैराथन में युवाओं ने अपना दमखम दिखाया।
जिला एवं पुलिस प्रशासन के तत्वावधान में अबूझमाड़ पीस मैराथन 2025 के अंतर्गत आयोजित 5 किमी मिनी मैराथन में पुरुष और महिला वर्ग के प्रथम पांच-पांच विजेताओं कुल 10 विजेताओं को 5-5 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
पुरुष वर्ग विजेता- तिजू पुजारी निवासी सोनपुर 16:27 मिनट, लक्ष्मण पोयाम निवासी ओरछा 16:48 मिनट, बिरसिंह सलाम निवासी भैसगांव 16:51 मिनट, भुनेश्वर यादव निवासी केरलापाल 16:53 मिनट, रामपत वड्डडे निवासी कोरेंडा 16:56 मिनट।
महिला वर्ग विजेता- सोनदई गोटा निवासी नयानार 19:37 मिनट, रीना उइके निवासी कापसी 19:49 मिनट, भूमिका देवांगन निवासी नारायणपुर 20:10 मिनट, कुंती गोटा निवासी कटुलनार 21:12 मिनट, हर्षिता नाग निवासी नारायणपुर 21:13 मिनट।
अबूझमाड़ मैराथन का द्वितीय प्रमोशनल 10 किमी दौड़ का रविवार 19 जनवरी को प्रात: 5 बजे हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से आरंभ किया जायेगा। माड़वासियों, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधि/कर्म., पत्रकारगण, गणमान्य नागरिकगण को उक्त प्रमोशनल दौड़ में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 जनवरी। राज्य सरकार द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश के तहत् जिले की नवपदस्थ कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने आज अपना कार्यभार संभाल लिया है। वे नारायणपुर जिले की 16वीं और पहली महिला कलेक्टर हैं। प्रतिष्ठा ममगाईं 2018 बैच की आई.ए.एस. अधिकारी हैं, वे इसके पूर्व जिला पंचायत बस्तर में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ थीं।
कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात् प्रतिष्ठा ममगाईं ने कलेक्टर कोर्ट, अपर कलेक्टर कक्ष एवं कलेक्टोरेट स्टॉफ कक्ष, नजूल शाखा, प्रतिलिपि शाखा, स्थानीय निर्वाचन एवं सामान्य निर्वाचन, भू-अभिलेख शाखा, अभिलेखागार, डायवर्सन शाखा, एसडीएम कार्यालय, न्यायालय, जिला आबकारी कार्यालय, खनिज विभाग, आदिवासी विकास विभाग, परियोजना कार्यालय, जिला शिक्षा विभाग, जिला विपणन, खाद्य, श्रम विभाग, जनसंपर्क, पालना घर, अंत्यावसायी, जिला आयुर्वेद, जिला योजना एवं सांख्यिकी, वित शाखा, राजस्व शाखा, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, जिला कोषालय, एनआईसी कक्ष, स्वॉन कक्ष, अधीक्षक कक्ष, स्टेनो कक्ष, लोक सेवा केन्द्र आदि कार्यालयों का निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान जिला कोषालय के डबल लॉकर कक्ष का अवलोकन किया। उन्होंने अपर कलेक्टर से समय सीमा की बैठक के निराकरण संबंधी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान लोक सेवा केन्द्र में प्राप्त आवेदनों की संख्यात्मक जानकारी लिया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वासु जैन, अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, अभिषेक गुप्ता, एसडीएम अभयजीत मण्डावी, डिप्टी कलेक्टर डॉ. सुमित गर्ग, गौतम पाटिल, वरिष्ठ निज सहायक दीपक हिरवानी सहित अधिकारीगण मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 30 दिसम्बर। कलेक्टर बिपिन मांझी ने जिला कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांवो से पहुंचे लोगों से मुलाकात किया।
उन्होंने मुलाकात कर उनकी मांगो एवं समस्याओं और शिकायत संबंधी आवेदनों का निराकरण कराने संबंधित विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
आज जनदर्शन में सोमारी पल्लो ग्राम कोहकामेटा द्वारा घर बाड़ी के भूमि में अवैध कब्जा हटाने, समस्त ग्रामवासी दुग्गाबेंगाल द्वारा नल खनन हेतु आवेदन, समस्त ग्रामवासी कोदाहुर ग्राम पंचायत कोंगेरा द्वारा राजस्व पट्टा के संबंध में, समस्त वार्डवासी मुरियापारा वार्ड क्रमांक द्वारा आरक्षण में संसोधन करने, दशाय सरपंच एवं अन्य ग्रामवासी ग्राम पंचायत सुलेंगा (धौड़ाई) द्वारा जल जीवन मिशन का विस्तार करने एवं प्राथमिक शाला छोटेकुम्हारी एवं प्राथमिक शाला नयापारा (सुलेंगा) में आहता निर्माण हेतु, शुशीला गोटा ग्राम ओरछा द्वारा डी.एम.एफ. फण्ड या सीएसआर मद से राशि प्रदाय करन के संबंध में, समस्त ग्रामवासी ग्राम बेलगांव द्वारा एन.एच. सडक़ निर्माण के संबंध में, प्रेमशंकर देवागंन जय अंबे प्रेट्रोल पंप के सामने नारायणपुर द्वारा 28 अक्टुबर 2024 के जनदर्शन में दिये गये आवेदन पर अब तक कोई कार्यवाही न करने के संबंध में, समस्त स्वास्थ्य साथी ब्लाक ओरछा द्वारा स्वास्थ्य सार्थियों का वेतमान माह नवम्बर का नहीं मिलने के संबंध में, समस्त डी.एम.एफ. कर्मचारी संघ नारायणपुर द्वारा डी.एम.एफ. मद से नियुक्त स्वास्थ्य कर्मचारियों का वेतन दो महीने से विलंब एवं वेतन संबंध में, संजय कुमार ग्राम गढ़बेंगाल द्वारा गढ़बेंगाल के निजि भू-स्वामी व्यक्तियों द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर सडक़ नाली निर्माण कार्य में बाधा करने जनहित शिकायत पर त्वरित कार्यवाही, मंगली उसेण्डी ग्राम ओरछा द्वारा वेतन एवं डीएफ राशि दिलाने एवं लंबित वेतन भुगतान के संबंध में, समस्त ग्रामवासी ग्राम बोगान द्वारा धान खरीदी केन्द्र के संबंध में, रोशनलाल भण्डारी ग्राम कुंदला द्वारा तालाब निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदाय करने एवं समस्त ग्रामवासी ग्राम शांतिनगर द्वारा निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदाय करने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया गया। इस प्रकार जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों पर कलेक्टर श्री मांझी ने गंभीरतापूर्वक सभी आवेदनों पर शीघ्र कार्यवाही करने के लिए ग्रामीणों को भरोसा दिलाया।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रायपुर में 3 महीने का कोर्स
नारायणपुर, 30 दिसम्बर। जिले के अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि के रूप में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रायपुर द्वारा विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत नारायणपुर जिले के विज्ञान, गणित या कॉमर्स समूह से उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे दो विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। चयनित विद्यार्थी आईआईएम रायपुर में तीन महीने का इंटर प्रोविजऩल प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस प्रशिक्षण का पूरा शुल्क शासन द्वारा वहन किया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद चयनित विद्यार्थियों के लिए संबंधित कोर्स का शुल्क भी शासन द्वारा भुगतान किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आवेदन करने के इच्छुक पात्र विद्यार्थी अपने सभी आवश्यक प्रमाण पत्रों के साथ 31 दिसम्बर 2024 को सुबह 11 बजे जिला रोजगार कार्यालय, नारायणपुर में संपर्क कर सकते हैं। यह अवसर विद्यार्थियों के लिए न केवल अपने कौशल को निखारने का है, बल्कि उनके भविष्य को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर/ जगदलपुर, 23 दिसंबर। सुरक्षा बलों के जवानों ने नारायणपुर जिले के कच्चापाल-तोके के बीच पहाड़ी से 15 आईईडी बरामद किया। सभी आईईडी को नष्ट किया गया। दो दिन पहले इसी जगह पर ब्लास्ट में दो डीआरजी जवान घायल हुए थे। बरामद 15 आईईडी का अनुमानित वजन करीबन 5- 5 किलो है।
पुलिस के अनुसार नवीन कैम्प कच्चापाल से डीआरजी, बीएसएफ 135वीं वााहिनी के संयुक्त बल की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर ग्राम तोक-मुसेर की ओर रवाना हुई थी।
सुरक्षा बलों के द्वारा कच्चापाल-तोके क्षेत्र के एरिया का सर्चिंग करते जा रहे थे कि सर्चिंग के दौरान कच्चापाल-तोके के बीच पहाड़ी में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को जान से मारने एवं गंभीर वृहत नुकसान पहुंचाने की नीयत से पूर्व से श्रृंखलाबद्ध तरीके से आईईडी लगाया गया। सुरक्षा बलों को उक्त आईईडी के दिखने पर अपनी बेहतर सूझबूझ से घटना स्थल की घेराबंदी कर तत्काल बीडीएस टीम को बुलाया गया ।
मौके पर बीडीएस टीम पहुंचकर सुरक्षा बलों के मदद से सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए अलग- अलग स्थानों पर श्रृंखलाबद्ध तरीके से लगाये गये 15 नग आईईडी बरामद किया गया जिसकी अनुमानित वजन करीब 5-5 किग्रा का था, जिसे सुरक्षित तरीके से मौक पर नष्टीकरण किया गया। विस्फोटशुदा स्थल से विस्फोटशुदा अवशेष, बिजली वायर आदि बरामद किया गया।
दो दिन पहले इसी जगह पर डीआरजी नारायणपुर के दो जवान घायल हुए थे। सुरक्षा बलों के सजकता और सतर्कता से ही आईईडी बरामद कर नष्टीकरण किया गया। निश्चित ही माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों का भारी नुकसान पहुंचाने की नीयत से अधिक संख्या में श्रृंखलाबद्ध तरीके से आईईडी लगाया गया था।
ग्रामीण और वन्य प्राणी को भी खतरा हो सकता था। माओवादियों द्वारा लगाये गये आईईडी से इस साल अब तक 30 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो चुके है। दो दिन पहले इसी जगह पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में डीआरजी नारायणपुर के दो जवान घायल हुए थे। 18 दिसम्बर को जिला मुख्यालय नारायणपुर से दुर्गम, पहुंचविहीन अबूझमाड़ क्षेत्र के ग्राम कच्चापाल में नवीन सुरक्षा एवं जनसुविधा कैम्प स्थापित किया गया है।उक्त घटना थाना कोहकामेटा क्षेत्र का है।
जांच समिति ने शिकायत को सही पाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 21 दिसंबर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। इस पूरे मामले की जांच के लिए गठित समिति ने टीए बिल का भुगतान करने की एवज में 40 फीसदी तक वसूली की गई। वसूली की राशि चिकित्सा अधिकारी के खाते में जमा की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
नारायणपुर के सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. केशवचंद साहू के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत के मामले के पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई गई थी। भ्रष्टाचार का यह मामला प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी रहते किया गया था।
शिकायत में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का भी जिक्र था जिन्होंने डॉ. साहू पर टीए बिल के भुगतान के लिए 40 फीसदी राशि की मांग की गई। इस सिलसिले में जांच समिति ने लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों की पड़ताल की। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि एक कर्मचारी के माध्यम से टीए बिल के एवज में 40 फीसदी की राशि वसूली की गई। इसके अलावा यह भी शिकायत हुई थी कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य स्लम योजना के अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सकों का प्रिस्क्रिप्शनऑडिट के लिए विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी।
तीन सदस्यीय जांच समिति में सिविल सर्जन अध्यक्ष सहायक जांच अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी भी थे। समिति ने अपनी रिपोर्ट संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है। रिपोर्ट में डॉ. केशवचंद साहू के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 19 दिसंबर। इस वर्ष में अब तक का 7वां नवीन कैम्प घोर नक्सल प्रभावित अबुझमाड़ क्षेत्रांतर्गत ग्राम कच्चापाल में स्थापित किया गया। कैम्प स्थापना से क्षेत्र में सडक़, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार होगा एवं नक्सल उन्मूलन अभियान में तेजी आएगी।
नवीन कैम्प कच्चापाल थाना कोहकामेटा ओरछा ब्लॉक अबुझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत स्थित है। नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल व्याप्त है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस के द्वारा नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाव’’ अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला नारायणपुर अन्तर्गत थाना कोहकामेटा के ग्राम कच्चापाल क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों, कोहकामेटा-ईरकभट्टी-कच्चापाल-तोके-कुतुल मार्ग तक सडक़ निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं शासन प्रशासन के विकास कार्यो में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से 18 दिसंबर को नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं बीएसएफ 133वीं, 135वीं, 162वीं, 11वीं वाहिनी के द्वारा घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र के ग्राम कच्चापाल में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है।
ग्राम कच्चापाल ओरछा ब्लॉक, कोहकामेटा तहसील व थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत स्थित है। ग्राम कच्चापाल में नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। कच्चापाल में नवीन कैम्प स्थापित होने से आसपास के क्षेत्र में सडक़, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार होगा। शासन के मंशानुरूप नक्सल उन्मूलन अभियान के साथ-साथ विकास कार्यों में तेजी आएगी।
कच्चापाल में नवीन कैम्प स्थापित होने से सरकार की ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना के अन्तर्गत केन्द्र एवं राज्य सरकार की सभी योजनाओं को प्राथमिकता से आस-पास के पांच गांव तक पहुंचाया जाएगा एवं गांव क्षेत्र में जन समस्या निवारण शिविर आयोजन किया जाकर ग्रामीणों के समस्याओं का यथासंभव निराकरण किया जायेगा। ज्ञात हो कि कच्चापाल कैम्प खुलने के साथ ही इस समय माड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सघन नक्सल विरोधी अभियान जारी है, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र के ग्रामीण अब भय व हिंसामुक्त होकर जीवन जी रहे है एवं ग्रामीणों में नक्सली भय से आजादी की आशा जगी है और ग्रामीणों को विचारों की अभिव्यक्ति मिली है।
प्रभात कुमार पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, रोबिनसन गुडिय़ा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, नवल सिंह सेनानी 135वीं वाहिनी बीएसएफ, विनय कुमार उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी, लौकश बंसल, अविनाश कंवर, सोनू वर्मा रक्षित निरीक्षक नारायणपुर द्वारा स्वयं मौके पर उपस्थित रहकर कैम्प खोला गया है।
नवीन कैम्प स्थापना में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं बीएसएफ 133वीं, 135वीं, 162वीं, 11वीं, वाहिनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 16 दिसम्बर। प्रदेश में कृषि विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 15 जिलों के 27 विकासखण्डों में निवासरत ग्रामीण आदिवासी परिवारों के आय में वृद्धि एवं वर्षभर पोषित आहार की उपलब्धता हेतु वर्ल्ड बैंक एवं आई.एफ.ए.डी. के सहयोग से चिराग परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। परियोजना अंतर्गत चिन्हांकित ग्रामों में पोषण आधारित गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु पोषण सखी के रूप में कार्य करने के लिये संबंधित ग्रामों से महिलाओं का चयन किया गया है। चयनित महिलाओं पोषण सखी के रूप में कार्य करने के लिये तकनीकि सहयोगी संस्था पी.सी.आई. के सहयोग से 11 से 13 दिसंबर तक तीन दिवसीय पोषण सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कार्यालय उप संचालक कृषि नारायणपुर के सभा कक्ष में किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान चयनित महिलाओं को चिराग परियोजना का परिचय, कुपोषण, संतुलित आहार, कृषि एवं पोषण में संबंध के द्वारा दैनिक भोजन में आहार विविधता के लिये सामाजिक व्यवहार परिवर्तन हेतु संचार किये जाने के लिये मास्टर ट्रेनर सुश्री दुर्गा साहू, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, पीसीआई एवं श्रीमती स्वाति सागरवंशी सुपरवाईजर, महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा प्रशिक्षित किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी उप संचालक कृषि लोकनाथ भोयर, सहायक संचालक कृषि शरद कुमार मारकोले एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गंगेशवर भोयर तथा कृषि विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 16 दिसम्बर। उप जेल नारायणपुर का नालसा के आदेशानुसार न्यायाधीशगण के द्वारा निरीक्षण किया गया। विधिक साक्षरता शिविर आयोजन कर प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश उत्तरा कुमार कश्यप अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोंडागांव के द्वारा कैदियों का स्वास्थ्य, खान-पान, प्रकरण में पैरवी हेतु नि:शुल्क अधिवक्ता के संबंध में पूछताछ किया गया।
कमलेश जुर्री अपर सत्र न्यायाधीश के द्वारा कैदियों से जिसका विधिक सेवा प्राधिकरण से अधिवक्ता नियुक्त किया गया, उसे किसी प्रकार से फीस या रकम नहीं दिया जाना के संबंध में सलाह दिया गया। विक्रम प्रताप चंद्र अपर सत्र न्यायाधीश के द्वारा कैदियों और अपराध न करते हुए अच्छे जीवन यापन करने की अभीरक्षा में न रहकर परिवार सहित रहने की सलाह दिया गया।
निरीक्षण के दौरान हरेंद्र सिंह नाग मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नारायणपुर, यशोदा नाग मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोंडागांव, शिवप्रकाश त्रिपाठी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कोंडागांव, गायत्री साय सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण कोंडागांव, श्री चंद्रप्रकाश कश्यप रिटेनर अधिवक्ता नारायणपुर, अधिकार मित्र श्री घासी राम नेताम, श्री संजय नायक जेल अधीक्षक न्यायिक एवं कर्मचारिगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने बीएसपी प्रबंधन को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 13 दिसंबर। रावघाट परियोजना का 60 फीसदी हिस्सा नारायणपुर में आता है, लेकिन खनिज रॉयल्टी कांकेर जिले को मिल रही है। इस पर नारायणपुर कलेक्टर ने आपत्ति जताई है, और इस सिलसिले में बीएसपी प्रबंधन को पत्र लिखा है।
जिला नारायणपुर के ग्राम अंजरेल में 32.29 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन कार्य चल रहा है। यहां के विकास में लगने वाली रॉयल्टी, डीएमएफ तथा अन्य समस्त कर की राशि का भुगतान की राशि नारायणपुर को न देकर बीएसपी कांकेर को दे रहा है।
इस संबंध में नारायणपुर कलेक्टर द्वारा मुख्य महाप्रबंधक खदान- रावघाट, भिलाई स्टील प्लांट, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, भिलाई को पत्र लिखकर कहा गया कि जिला नारायणपुर तथा जिला कांकेर स्थित रावघाट परियोजना अंतर्गत लौह अयस्क का खनन कार्य एवं क्रियान्वयन आपके द्वारा किया जा रहा है। रावघाट माईनिंग परियोजना का सम्पूर्ण क्षेत्रफल 2028.797 हेक्टेयर है, जिसमें से 1203.152 हेक्टेयर अर्थात 59.30 फीसदी क्षेत्र नारायणपुर जिलान्तर्गत, तथा 825.645 हेक्टेयर 40.70 फीसदी क्षेत्र उत्तर बस्तर कांकेर जिला अंतर्गत स्थित है।वर्तमान में रावघाट परियोजना अंतर्गत केवल जिला नारायणपुर के ग्राम अंजरेल में 32.29 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन कार्य चल रहा है, अत: उत्खनन से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित जिला नारायणपुर है,परन्तु आपके द्वारा रॉयल्टी, डीएमएफ तथा अन्य समस्त कर की राशि का भुगतान नारायणपुर जिला को नहीं किया जा रहा है, अतएव रावघाट परियोजना अंतर्गत रॉयल्टी, डीएमएफ तथा अन्य समस्त कर की राशि का भुगतान नारायणपुर जिले में करना सुनिश्चित करें।
बीएसपी पूरी तरह रावघाट पर निर्भर
जिले से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर अंजरेल पहाड़ी व 17 किलोमीटर दूरी पर स्थित रावघाट के पहाड़ में विशाल लौह अयस्क का भंडार है। गलत परिसीमन के चलते जिसका जिला मुख्यालय 200 किमी दूर कांकेर हैं, बीएसपी को रावघाट के माइनिंग क्षेत्र की लीज 11 नवंबर 2006 को मिली, ऐसे में बीएसपी का भविष्य पूरी तरह से अंजरेल व रावघाट पर निर्भर हैं इसके बावजूद नारायणपुर को उसका हक बीएसपी नहीं दे रही है।
डीएमएफ राशि पर नारायणपुर का हक
नारायणपुर के जनप्रतिनिधि व रावघाट के लिए संघर्ष करते आ रहे यहां के लोगों का कहना है रावघाट नारायणपुर का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा, रावघाट अंजरेल के पहाडिय़ों की खुदाई हो रही वहां की धूल नारायणपुर जिले के गांव को लाल कर रही न कि कांकेर को। कांकेर के व्यापारियों को तो इससे फायदा ही होगा। कांकेर के लोगों को यह बात समझना होगा कि जिस तरह गढिय़ा पहाड़ पर कांकेर जिले का एकाधिकार है, उसी तरह रावघाट अंजरेल की पहाडिय़ों पर हक सिर्फ नारायणपुर का है, इसको मिलने वाली डीएमएफ राशि पर भी नारायणपुर का ही हक है,रॉयल्टी, डीएमएफ तथा अन्य समस्त कर की राशि का भुगतान नहीं होने से नारायणपुर प्रभावित क्षेत्र के कई विकास कार्य बाधित हो रहे हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 7 दिसंबर। नारायणपुर पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान नक्सली डम्प सामग्री में रसोई गैस सिलेण्डर, वेल्डिंग गैस सिलेण्डर, फोल्डेबल चेयर, हथियार बनाने की मशीन सहित अन्य सामग्रियां मिली। भारी मात्रा में बरामद नक्सली डम्प सामग्रियों को सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित तरीके से मौके पर नष्ट किया गया।
पुलिस के अनुसार जिला नारायणपुर के थाना सोनपुर- कोहकामेटा क्षेत्र के ग्राम वाला, कोंगे, कान्दुलपाड़, पांगुड़ व आसपास के क्षेत्रों में माआवोदियों की उपस्थिति की सूचना पर 2 दिसंबर को डीआरजी एवं बीएसएफ की सुंयक्त पार्टी रवाना हुई थी।
सर्चिंग गश्त के दौरान 3 दिसंबर को ग्राम वाला-पांगुड़ के जंगल में सुरक्षा बलों को रसोई गैस सिलेण्डर, वेल्डिंग गैस सिलेण्डर, फोल्डेबल चेयर, डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पि_ू बैग, सोलर प्लेट, हथियार बनाने की मशीन, बड़ी संदूके, तेल टिन, साबुन एवं भारी मात्रा में नक्सल साहित्य सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री मिली। पुलिस के लिए ऐसा सामग्रियों का मिलना अत्यंत ही आश्चर्यजनक था।
बरामद नक्सली सामग्रियों रसोई गैस सिलेण्डर, वेल्डिंग गैस सिलेण्डर, फोल्डेबल चेयर, डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पि_ू बैंग, सोलर प्लेट, हथियार बनाने की मशीन, बड़ी संदूके, तेल टिन, साबुन एवं अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री को सुरक्षा बलों द्वारा मौके पर नष्टीकरण किया गया। उक्त नक्सल विरोधी अभियान में नारायणपुर डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त कार्रवाई रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 दिसंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संघर्ष की जीत हुई। सहायक आयुक्त द्वारा एक उच्च स्तरीय टीम की घोषणा करते हुए एकलव्य आवासीय विद्यालय को अलग बिल्डिंग में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
ज्ञात हो कि मामला जिला नारायणपुर स्थित छोटेडोंगर का है, जहां पर पिछले दिनों एकलव्य आवासीय विद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे विद्यार्थियों से मिलने पहुंची अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को वहां की प्रभारी प्राचार्य सपना गुप्ता द्वारा विद्यालय कैंपस में घुसने से रोका गया था एवं छात्रहित की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया था। जिसके जवाब में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उस कैंपस के बाहर लगातार डटे रहे एवं विद्यार्थियों से मिलने का प्रयास करते रहे, जिसके जवाब में प्रशासन के अधिकारियों द्वारा एफ.आई.आर की भी धमकी दी गई, परंतु विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उससे डरे नहीं और मैदान पर डटे रहे, जिसका परिणाम आज देखने को मिला।
समस्या के समाधान हेतु सहायक आयुक्त द्वारा एक उच्च स्तरीय टीम की घोषणा करते हुए एकलव्य आवासीय विद्यालय को अलग बिल्डिंग में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
एबीवीपी के जिला संयोजक इशांत जैन ने कहा कि वर्तमान में एकलव्य आवासीय विद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को देखते हुए विद्यालय का स्थान परिवर्तन करने का निर्णय बहुत ही ज्यादा खुशी की बात है एवं स्वागत योग्य निर्णय है।विभाग संयोजक सूरज साहू ने कहा कि जिले के समस्त छात्र-छात्राओं की परेशानी हमारी परेशानी है और विद्यार्थी परिषद प्रत्येक छात्र-छात्राओं के साथ हमेशा खड़ा है। वहीं एबीवीपी नारायणपुर इकाई के नगर मंत्री तरुण नाग ने कहा कि पिछले कई साल से लगातार हम छात्र हित के लिए लड़ते आ रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 दिसंबर। नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लॉक के कोंगे ग्राम पंचायत का आश्रित गांव बिनागुंडा है। यहां 27 परिवार के 200 आदिवासी परिवार रहते हैं। इस गांव में बांस-बल्ली से स्कूल तो बनाया गया है, लेकिन खपरैल की छत वाले झोपड़ीनुमा स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं। इसके चलते इस शिक्षा सत्र में अब तक पढ़ाई ही शुरू नहीं हो पाई। बताया जा रहा है कि इस गांव में 60 से अधिक बच्चे हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कांकेर जिला के प्राथमिक शाला कंदाड़ी में बिनागुंडा के आदिवासी बच्चों का एडमिशन कराया गया था, लेकिन अक्टूबर में बच्चों को दूसरे जिले नारायणपुर का बताते हुए स्कूल से निकाल दिया गया है।
इस संबंध में ओरछा के बीईओ डीबी रावटे ने कहा कि वहां के पदस्थ शिक्षक द्वारा जीरो दर्ज संख्या का प्रतिवेदन कार्यालय में जमा किया है। इसमें ग्रामीणों का भी हस्ताक्षर है।
वहीं इस संबंध में बीईओ कोयलीबेड़ा देव कुमार शील ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि मेरे आदेश के पश्चात बिनागुंडा के 3 बच्चों को एडमिशन ले लिया गया है।
स्थानीय ग्रामीण सुक्कू, पंडरु, मनकू पद्दा ने कहा कि पहले स्कूल में दो-तीन महीने में एक बार शिक्षक स्कूल आते थे, लेकिन अब तो सत्र ही समाप्त होने वाला है। अब तक स्कूल में शिक्षक नहीं पहुंचे हैं। इसके चलते अब तक पढ़ाई ही शुरू नहीं हो पाई है।
आगे बताया कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए जुलाई में कंदाड़ी गांव के प्राथमिक स्कूल में प्रवेश के लिए गए। कंदाड़ी के हेडमास्टर ने दूसरे जिले के बच्चे कहकर नारायणपुर बीईओ से आदेश मंगवाया। दूसरे जिले के बच्चे कहकर अक्टूबर में बिना कोई सूचना दिए बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया।
ग्रामीणों के भी हस्ताक्षर
अपढ़ गांववालों के हस्ताक्षर कराकर टीचर ने स्कूल को ही बंद करा दिया। जंगल और पहाड़ों से घिरे बिनागुंडा गांव में कागजों पर ही विकास हो गया है। यहां सरकारी भावनों का निर्माण अधूरा है, जिसमें स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल है।
बिनागुंडा गांव के करीब 38 बच्चे दूर-दूर के आश्रमों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन गांव में रहने वाले आदिवासी बच्चे पढ़ाई से पूरी तरह से वंचित हैं। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पालकों ने अपने बच्चों का प्रवेश कराया था, अब उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया।
5 साल में मात्र एक दिन गर्म भोजन व रेडी-टू-ईट मिला
सरकार भले ही कुपोषण की मुक्ति के लिए कई योजनाएं चला रही हो, लेकिन इन योजनाओं का लाभ बिनागुंडा के बच्चों को नहीं मिल रहा है। अति कुपोषित बच्चे गांव में होने के बावजूद भी महिला एवं बाल विकास विभाग ध्यान नहीं दे रहा। गांव में 5 साल से आंगनबाड़ी संचालित है, लेकिन 5 साल में बच्चों को मात्र एक दिन गर्म भोजन और एक बार रेडी-टू-ईट आहार मिला है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कई बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित है, लेकिन यहां इलाज की कोई सुविधा नहीं है। यहां से लगभग 15 से 20 किलोमीटर दूर छोटे बेठिया गांव में इलाज के लिए जाते हैं, लेकिन वहां भी सरकारी सुविधा पर्याप्त नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 4 दिसंबर। वन मंत्री केदार कश्यप नारायणपुर भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। जनादेश दिवस के अवसर पर उन्होंने कार्यकर्ताओं से संवाद किया। मंत्री केदार कश्यप ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमारे विष्णुदेव साय सरकार को एक वर्ष पूर्ण हो गए। उन्होंने कहा कि देवतुल्य कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी। आज डबल इंजन की सरकार होने से प्रदेश उत्तरोत्तर प्रगति पथ पर आगे बढ़ रही है। मंत्री केदार कश्यप ने उपस्थित भाइयों बहनों का हॄदय से आभार किया।
वनमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जनकल्याणकारी कार्यों को पूर्ण किया जा रहा है। भाजपा ने अपने वादों के अनुरूप किसानों को दो वर्ष के धन बोनस की राशि प्रदान किया। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी की 3100 रुपए प्रति क्विंटल के दर से किया जा रहा है। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को राशि प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। इसी तरह तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रति मानक बोरा 5500 रुपए मिल रहा है। मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा विकसित करने की दिशा में कार्य किया है। आज बस्तर के किसान भी प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेच रहे हैं। वहीं इससे कांग्रेस के नेताओं को इतनी पीड़ा हो रही है कि धान की खरीदी को लेकर अफवाह फैलाने में जुटे हुए हैं।
वनमंत्री केदार कश्यप ने कार्यकर्ताओं को कहा कि पीएससी और व्यापमं के माध्यम से परीक्षा में विष्णुदेव साय सरकार ने पूर्णत: पारदर्शिता के साथ का भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। आज साय सरकार के सुशासन में दूर गांव के युवक - युवती भी सपने पूरा करने विश्वास के साथ पढ़ाई कर रहे हैं।
वनमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा आवास स्वीकृत किए जाने पर बयान जारी करते हुए कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पहल पर केंद्र के मोदी सरकार का यह कदम बस्तर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
वनमंत्री केदार ने बस्तर वासियों की ओर से पीएम मोदी और विष्णुदेव साय का आभार जताते हुए कहा कि बस्तर में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले पीडि़त परिवारों और आत्म समर्पण कर चुके नक्सलियों को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे की दिशा में डबल इंजन सरकार की सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय उन परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनहित में काम करने वाली सरकार है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव सरकार में मोदी की गारंटी को पूरा कर रहे हैं। हमारी विष्णुदेव साय सरकार में भ्रष्टाचार का कोई स्थान नही है। हमारी सरकार का एक ही लक्ष्य है छत्तीसगढ़ को स्व. अटल बिहारी जी के सपनों के अनुरुप संवारना।
प्रदेश की जनता ने जिन आकांक्षाओं को लेकर हमारी सरकार बनाई है उन सभी वादों को पूरा करने के लिए हम सतत कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसाय सलाम, भाजपा नेता बृजमोहन देवांगन, गौतम गोलछा, नारायण मरकाम, जयप्रकाश शर्मा सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नहाने वाली जगह पर सीसीटीवी कैमरे, एफआईआर की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 दिसंबर। नारायणपुर जिले में आवासीय विद्यालय की बदतर हालत सामने आई है। ओरछा छोटेडोंगर में बच्चे शौचालय में रहकर पढऩे को मजबूर हैं। यहां न रूम है न बाकी सुविधाएं। इतना ही नहीं यहां, छात्राओं की नहाने वाली जगह पर प्राचार्य ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
कमरे नहीं तो टॉयलेट में रह रहे बच्चे
एकलव्य छोटेडोंगर आवासीय विद्यालय में शिक्षिका ने बताया कि, हॉस्टल में कमरों की कमी की वजह से बच्चों को टॉयलेट में रहना पड़ रहा है। बच्चों ने टॉयलेट सीट पर कपड़ा ढक दिया और उस रूम को अपना ठिकाना बना लिया। टॉयलेट रूम में ही बच्चों ने टेबल, बेड लगाया हुआ है।
दरअसल, नारायणपुर जिले में आम आदमी पार्टी आश्रम-छात्रावास, पोटाकेबिन, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का निरीक्षण कर रही है। जहां भी शिकायत मिल रही है, वहां की जानकारी प्रशासन को दे रही है। इसी में से शिकायत ओरछा छोटेडोंगर से मिली है।
आम आदमी पार्टी ने बस्तर एकलव्य आदर्श बालक बालिका आवासीय विद्यालय के मामले पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही सीसीटीवी कैमरा लगवाने वाले प्राचार्य पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
स्टूडेंट्स को सुबह 5-6 बजे शौच के लिए भी बाहर जाना पड़ता है। शिक्षिका ने बताया कि इन सभी समस्या को लेकर हॉस्टल वार्डन ने अधिकारियों को पत्र लिखा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वनमंत्री के चहेतों को बचाया जा रहा -आप
निरीक्षण के दौरान मिली गड़बड़ी के बाद आम आदमी पार्टी ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बस्तर लोकसभा अध्यक्ष नरेंद्र नाग ने आरोप लगाते कहा कि, प्रशासन वन मंत्री के चहेतों को बचाने कार्रवाई नहीं कर रहा है,बल्कि शिकायत को दरकिनार कर देता है। छात्रावास में बच्चे नर्क की जिंदगी जीने मजबूर हैं।
नाग ने आगे कहा कि एकलव्य आदर्श आवासीय बालिका विद्यालय में बालिकाओं के स्नान करने के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाकर प्राचार्य क्या हासिल करना चाहते हैं? केंद्रीय विद्यालय का ये हाल है तो अंदरुनी इलाकों के स्कूलों का क्या हाल होगा?
प्राचार्य पर एफआईआर की माँग
आम आदमी पार्टी ने बस्तर एकलव्य आदर्श बालक-बालिका आवासीय विद्यालय के मामले पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही सीसीटीवी कैमरा लगवाने वाले प्राचार्य के ऊपर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
लिखित आश्वासन के बाद मानीं छात्राएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 दिसंबर। आज जिले में संचालित रमोंतीन मडिय़ा महिला कॉलेज की छात्राएं सैकड़ों की संख्या में एसएसयूआई के साथ गल्र्स आवासीय कॉलेज छात्रावास संचालन कराने की मांग को लेकर कलेक्टर घेराव को पहुंचीं । अफसरों के लिखित आश्वासन के बाद मानीं।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में छत्तीसगढ़ के सभी जिले में आवासीय गल्र्स कॉलेज की स्थापना की गई थी, जिसके तहत नारायणपुर जिले में भी गल्र्स कॉलेज का संचालन किया गया। आवासीय गल्र्स कॉलेज जो विगत तीन वर्ष से संचालित हो रही है, उसका हॉस्टल संचालित नहीं होने से जिले के अंदरूनी इलाके अबूझमाड़ से शिक्षा ग्रहण करने आने वाली छात्राओं को जिले में रह कर अध्ययन करने में बहुत से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई)ने आज कन्या महाविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं के साथ कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया और शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर घंटों धरने पर बैठी रहीं।
जिले मंे आवासीय महाविद्यालय की हॉस्टल संचालन नहीं होने से नारायणपुर जिले के आस-पास से आ रही ग्रामीण इलाके की छात्राओं को किराए के मकान में रह कर कॉलेज आना-जाना करना पड़ता है। अबूझमाड़ इलाके में अधिकतर व्यक्तियों की आय का साधन कृषि है जिसके चलते अपने बच्चों को वह स्कूल तक की शिक्षा गांव में ही करवा कर आगे की शिक्षा ग्रहण कराने गांव से शहर महाविद्यालय की ओर भेजते हैं और उनको हॉस्टल नहीं मिल पाने से आधे से ज्यादा बच्चे पढ़ाई छोड़ कर गांव वापस चले जाते हैं।
बीएससी फाइनल में अध्ययनरत छात्रा मोनिका नेताम ने बताया कि वह लगातार जिला प्रशासन और महाविद्यालय प्राचार्य से छात्राओं को रहने में हो रही परेशानियों को लेकर कई बार अवगत कराई, पर कोई रास्ता नहीं निकल रहा है जिससे हमारे कुछ साथी पढ़ाई छोड़ कर गांव वापस जाने को मजबूर हैं।
जिला अध्यक्ष विजय सलाम ने बताया कि पूर्व भूपेश बघेल जी की सरकार में छात्राओं को शिक्षा से मजबूत बनाने गांव से निकल कर शहर में रह कर पढ़ाई कराने के उद्देश्य से आवासीय महाविद्यालय की घोषणा की थी, जो संचालित होने भी शुरू हो गया एवं हॉस्टल का निर्माण भी पूर्ण हो चुका है, उसके बाद भी प्रशासन हॉस्टल संचालित करने में रुचि नहीं दिखा रही जिससे अबूझमाड़ की बच्चियों को आवासीय छात्रावास की सुविधा नहीं मिल पा रही और वह वापस अपने गांव पढ़ाई छोड़ कर चली जा रही हैं, जो कि कहीं न कहीं छात्राओं के अधिकार को मारा जा रहा है।
ओरछा अबूझमाड़ जनपद उपाध्यक्ष उमेश कर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए कि अबूझमाड़ की बच्चियां आगे आकर पढ़ाई करती हंै तो वह गांव के विकास में भी अपना योगदान देती हैं। एक ओर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा सरकार चलाती है पर सर्व शिक्षा प्रदाय करने में भाजपा सरकार फेल नजर आ रही है ।
डिप्टी सीएम ने बस्तर ओलंपिक के जिला स्तरीय के विजेता खिलाडिय़ों को किया पुरस्कार वितरण
नारायणपुर और ओरछा में खेल मैदान बनाने 50-50 लाख की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 24 नवंबर। नारायणपुर जिले में जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक प्रतियोगिता का आयोजन 22 से 23 नवंबर तक किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन नारायणपुर के परेड ग्राउंड और खेल परिसर में किया गया, जिसमें जिले के खिलाडिय़ों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
आज जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के गृह एवं जेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला स्तरीय ओलंपिक में जीतने वाले खिलाडिय़ों को 5 से 10 दिसंबर तक जगदलपुर में आयोजित होने वाले संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक में जीतने के लिए उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 5 अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का निर्णय लिया गया, जिसके समाप्त होने से देश में एक ही संविधान लागू हो गया है। बस्तर को विकसित करने के लिए अंदरुनी गांव तक सड़क़, पुल पुलिया, आंगनबाड़ी, स्कूल, पेयजल, बिजली, मोबाईल टावर लगाए जाएंगे। बस्तर की तस्वीर को बदलने का कार्य मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में कार्य किया जा रहा है। बस्तर को माओवादी मुक्त बनाने में आप सभी की अहम भूमिका होगी।
उन्होंने कहा कि माओवादियों ने बस्तर की जनता को विकास से अलग रखने का मनसूबा बना लिया है, जिसके कारण अब तक अंदरूनी गांवो तक स्कूल, सडक़, पुल पुलिया और पेयजल नहीं पहुंच पाई है और बस्तर के बच्चों को अशिक्षित बना रहें हैं। उनके मनसूबों को सफल होंने नहीं देंगे, 31 मार्च 2026 तक बस्तर संभाग को माओवादी मुक्त बनाने का संकल्प हम सब को लेना पड़ेगा।
गृह मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि माओवादियों को डटकर सामना करने के लिए हमें आगे आना होगा। बस्तर को शांत प्रदेश, प्रगतिशील, उन्नतीशील और विकसित बनाने में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के लिए हम सबको आगे आने की आवश्यकता है। बस्तर के खिलाडिय़ों में एक अद्भुत प्रतिभाएं हैं, जिसको निखारने के लिए यह बस्तर ओलंपिक के माध्यम से अच्छा अवसर मिला है, जिसे आप लोग अच्छे से प्रदर्शन कर खेल को आगे बढ़ाएं। बस्तर में प्रचुर मात्रा में जल जंगल जमीन है उसको संरक्षित कर अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए योगदान दें। अबूझमाड़ के पहुंचविहीन क्षेत्र में सडक़, पुल पुलिया, पेयजल, स्कूल, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया जा रहा हैं, शीघ्र ही अबुझमाड़ मुख्य धारा से जुडऩे लगेगा। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ओरछा और नारायणपुर में 50-50 लाख रूपये से निर्मित खेल मैदान बनाने की घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा के द्वारा बस्तर ओलंपिक 2024 के जिला स्तरीय के विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में खेल भी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए खेल में लक्ष्य निर्धारित कर अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए परिश्रम करना आवश्यक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप गांव के प्रतिभाओं को निखारने का अच्छा समय मिला है इस अवसर का फायदा उठाते हुए राज्य स्तर तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित कर खेल के क्षेत्र में आगे बढ़े। खिलाडिय़ों को हमेशा खेल भावना के साथ खेलकर अपने अनुशासन का परिचय देना चाहिए। उन्होंने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र के बच्चों ने मलखम्भ खेलों का हुंनरबाज बनकर देश के कई शहरों में प्रदर्शन कर अपने अबूझमाड़ का नाम रोशन किया है। आयोजन में सहभागिता प्रदान करने वाले खिलाडिय़ों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्तकर्ता खिलाड़ी को पुरस्कार स्वरूप मोमेंटों, ट्राफी, प्रमाण पत्र और गणवेश भी प्रदाय किया गया। आयोजन में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को समहभागित प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया।
कलेक्टर बिपिन मांझी ने कहा कि बस्तर संभाग में खेल के माध्यम से विकास और संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन ने क्षेत्र के युवाओं में विशेष जोश और उत्साह भर दिया है। मुख्यत: ग्रामीण क्षेत्रों से आए प्रतिभावान युवा अपनी खेल प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस आयोजन में विभिन्न खेल विधाओं जैसे एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कराटे, तीरंदाजी, खो-खो, कबड्डी, फुटबॉल, वॉलीबॉल और रस्साकसी की प्रतिस्पर्धाएँ शामिल हैं। जिले के युवाओं ने इन खेलों में अपनी सक्रिय और उत्कृष्ट भागीदारी दर्ज कर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बस्तर ओलंपिक 2024 क्षेत्र के युवाओं की ऊर्जा और सामर्थ्य को निखारने के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को एक नई पहचान देने का सशक्त माध्यम बन रहा है।
कार्यक्रम को रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्यापतानंद और सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य प्रताप मंडावी, नगर पालिका परिषद के पार्षद जैकी कश्यप, पंडीराम मंडावी, नारायण मरकाम, गौतम गोलछा, नरेंद्र मेश्राम, संदीप झा, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वासु जैन, संयुक्त कलेक्टर अभिषेक गुप्ता, एसडीएम अभयजीत मंडावी, खेल अधिकारी डॉ. सुमित गर्ग सहित शिक्षक शिक्षिकाएं, जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण एवं छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।