बस्तर
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर, 27 फरवरी। यूनिसेफ दल एवं तेलंगाना राज्य के सेन्टर फॉर इनोवेशन इन पब्लिक सिस्टम के सलाहकार द्वारा 25 फरवरी को जिले के लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के चित्रकोट, धाराउर के मोहल्ला क्लास, सीख कार्यक्रम एलेक्सा, लाउडस्पीकर क्लास, अंग्रेजी माध्यम स्कूल में ग्राफिक्स के माध्यम से अध्यापन, स्मार्ट टी.व्ही. से अध्यापन एवं युवोदय के कार्यों का जायजा लिया गया।
इस दौरान सीख मित्र, शिक्षकों, युवोदय के वॉलंटियर्स एवं बच्चों से रूबरू होते हुए कई प्रश्न किये गये जिसका जवाब संबंधित सीख मित्र, शिक्षकों, युवोदय के वॉलंटियर्स एवं बच्चों के द्वारा बाखूबी दिया गया।
बच्चों के हाजिर जवाब से यूनिसेफ के दल के सदस्यों द्वारा प्रशंसा की गई एवं शिक्षकों के कार्यो की भी सराहना की गई। उनके द्वारा चार घंटे तक बच्चों से एवं अन्य संबंधितों से मोहल्ला क्लास, सीख कार्यक्रम एलेक्सा, लाउडस्पीकर क्लास, अंग्रेजी माध्यम स्कूल में ग्राफिक्स के माध्यम से अध्यापन आदि के बारे में जानकारी लिया गया।
इसके पश्चात विकासखण्ड कार्यालय में विकासखण्ड के समस्त खंड स्रोत समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें दल के सदस्यों द्वारा विकासखण्ड लोहण्डीगुड़ा को रोल मॉडल के रूप में पहचान दिलाने के लिए बधाई दी। उनके द्वारा सलाह ली गई कि क्या अगले सत्र में शाला खुलने के बाद भी इस प्रकार के कार्यक्रम चलना चाहिए या नहीं। इस पर सभी संकुल शैक्षिक समन्वयकों ने सीख कार्यक्रम जैसे कार्यक्रम निरन्तर चलाने की सलाह दी। जिससे बच्चों को विद्यालय के साथ-साथ विद्यालय के बाहर भी शिक्षा का वातावरण मिल सके एवं दिये गये गृह कार्य आदि स्वंय सेवकों सहायता से पूर्ण किया जा सकें। सेन्टर फॉर इन्नोवेशन इन पब्लिक सिस्टम के सलाहकार डॉ. उपेन्द्र रेड्डी के द्वारा कार्यक्रमों का अध्ययन करते हुए रिपोर्ट तैयार की गई। जिससे तेलंगाना राज्य में भी इस कार्यक्रम को संचालित किया जा स उनके द्वारा सभी कार्यक्रमों का सूक्ष्मता के साथ जानकारी ली गई।
यूनिसेफ के दल में गिरी, सुश्री राना एवं डॉ. उपेन्द्र रेड्डी शामिल थे। दल के भ्रमण के दौरान जिला मिशन समन्वयक अशोक पाण्डे, विकास सहायक निखलेश हरि, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी चन्द्रशेखर यादव, खण्ड स्रोत समन्वयक इन्दर कश्यप, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी शालनी पाण्डे तिवारी, अमित अवस्थी एवं संबंधित संकुल स्रोत समन्वयक उपस्थिति थे।